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खाद्य पदार्थों के 4 हजार 491 नमूनों की रिपोर्ट जारी, 1600 पाए गए अमानक - Investigation campaign started with mobile food laboratory

भोपाल। प्रदेश सरकार के मिलावटखोरी के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. खाद्य विभाग ने करीब 1600 सैंपल लिए थे, जिसमें से 41 लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है. इसी अभियान की तरह सरकार ने चलित खाद्य प्रयोगशाला से जांच अभियान भी शुरू कर दिया है, इसके तहत आम जनता घरेलू सैंपलों को चेक करवा सकती है.

'War for the pure' campaign
'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान
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Published : Jan 10, 2020, 11:34 AM IST

Updated : Jan 10, 2020, 12:26 PM IST

भोपाल। प्रदेश सरकार ने मिलावट करने वालों के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान की शुरुआत करीब 6 महीने पहले की थी, जिसके काफी सार्थक परिणाम भी सामने आते रहे हैं. खाद्य विभाग की ओर से 6 महीने में की गई कार्रवाईयों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया है. जिसमें बताया गया है कि करीब 1600 सैंपल अमानक स्तर के पाए गए हैं, साथ ही 41 लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है. प्रदेश भर में चल रहे इस अभियान को जनता भी काफी पसंद कर रही है.

'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान

खाद्य विभाग की इस कार्रवाई को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. खाद्य विभाग ने चलित खाद्य प्रयोगशाला से जांच अभियान भी शुरू कर दिया है. इस चलित खाद्य प्रयोगशाला के तहत आम जनता भी अपने घरेलू सैंपलों को जांच के लिए ला सकती है, जिसकी जांच रिपोर्ट कुछ ही देर में दे दी जाएगी. खाद्य विभाग ने बताया कि 19 जुलाई 2019 से शुरू इस अभियान में खाद्य पदार्थों के 11 हजार से अधिक नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, इनमें से 4 हजार 491 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है.

खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच के बाद जारी रिपोर्ट में 2 हजार 885 नमूने मानक स्तर के पाए गए हैं. शेष में से 1013 नमूने अमानक, 396 मिथ्याछाप, 58 अप्रद्रव्य मिश्रित, 88 असुरक्षित और 51 नमूने प्रतिबंधित पाए गए. इन सभी मामलों में न्यायालयीन कार्रवाई प्रचलन में है. 'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान में मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण एवं विक्रय करने वाले खाद्य कारोबारियों के खिलाफ 108 FIR दर्ज कराई गई है. इस दौरान 41 मिलावटखोरों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है.

भोपाल। प्रदेश सरकार ने मिलावट करने वालों के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान की शुरुआत करीब 6 महीने पहले की थी, जिसके काफी सार्थक परिणाम भी सामने आते रहे हैं. खाद्य विभाग की ओर से 6 महीने में की गई कार्रवाईयों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया है. जिसमें बताया गया है कि करीब 1600 सैंपल अमानक स्तर के पाए गए हैं, साथ ही 41 लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है. प्रदेश भर में चल रहे इस अभियान को जनता भी काफी पसंद कर रही है.

'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान

खाद्य विभाग की इस कार्रवाई को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. खाद्य विभाग ने चलित खाद्य प्रयोगशाला से जांच अभियान भी शुरू कर दिया है. इस चलित खाद्य प्रयोगशाला के तहत आम जनता भी अपने घरेलू सैंपलों को जांच के लिए ला सकती है, जिसकी जांच रिपोर्ट कुछ ही देर में दे दी जाएगी. खाद्य विभाग ने बताया कि 19 जुलाई 2019 से शुरू इस अभियान में खाद्य पदार्थों के 11 हजार से अधिक नमूने जांच के लिए भेजे गए थे, इनमें से 4 हजार 491 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है.

खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच के बाद जारी रिपोर्ट में 2 हजार 885 नमूने मानक स्तर के पाए गए हैं. शेष में से 1013 नमूने अमानक, 396 मिथ्याछाप, 58 अप्रद्रव्य मिश्रित, 88 असुरक्षित और 51 नमूने प्रतिबंधित पाए गए. इन सभी मामलों में न्यायालयीन कार्रवाई प्रचलन में है. 'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान में मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण एवं विक्रय करने वाले खाद्य कारोबारियों के खिलाफ 108 FIR दर्ज कराई गई है. इस दौरान 41 मिलावटखोरों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है.

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खाद्य पदार्थों के 4491 नमूनों की रिपोर्ट जारी, 16 सौ में पाए गए अमानक, 41 पर रासुका के तहत कार्यवाही


भोपाल |प्रदेश सरकार के द्वारा मिलावट करने वालों के खिलाफ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की शुरुआत करीब 6 महीने पहले की गई थी जिसके काफी सार्थक परिणाम लगातार सामने भी आ रहे हैं खाद्य विभाग की ओर से 6 महीने में की गई कार्यवाही का रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि करीब 1600 सैंपल अमानक स्तर के पाए गए हैं साथ ही 41 लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही की गई है जिसके तहत इन लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी है .


प्रदेश भर में चल रहे इस अभियान को लोग भी काफी पसंद कर रहे हैं यही वजह है कि खाद्य विभाग की इस कार्यवाही को मिल रहे अच्छे रिस्पांस को दृष्टिगत रखते हुए अब खाद्य विभाग ने चलित खाद्य प्रयोगशाला के द्वारा जांच अभियान भी शुरू कर दिया है इस चलित खाद्य प्रयोगशाला के तहत आम जनता भी अपने घरेलू सैंपलों को जांच हेतु ला सकती है . और इसकी जांच रिपोर्ट भी विभाग के द्वारा कुछ ही देर में दे दी जाएगी. Body:प्रदेश में मिलावटखोरी और मिलावट की रोकथाम के लिये शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के दौरान जाँच के लिये एकत्रित नमूनों में से 16 सौ से अधिक नमूने अमानक स्तर के पाये गये हैं .

खाद्य विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि 19 जुलाई 2019 से शुरू इस अभियान में खाद्य पदार्थों के 11 हजार 536 से अधिक नमूने जाँच के लिये भेजे गये थे। इनमें से 4491 की रिपोर्ट प्राप्त हुई है.

Conclusion:खाद्य पदार्थों के नमूनों की जाँच के बाद जारी रिपोर्ट में 2885 नमूने मानक स्तर के पाये गये हैं .शेष में से 1013 नमूने अवमानक, 396 मिथ्याछाप, 58 अप्रद्रव्य मिश्रित, 88 असुरक्षित और 51 नमूने प्रतिबंधित पाये गये. इन सभी प्रकरणों में न्यायालयीन कार्यवाही प्रचलन में है.

'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान में मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माण एवं विक्रय करने वाले खाद्य कारोबार कर्ताओं के विरूद्ध 108 एफ.आई.आर. दर्ज कराई गई हैं. इस दौरान 41 मिलावटखोरों के विरूद्ध रासुका की कार्यवाही की गई है .
Last Updated : Jan 10, 2020, 12:26 PM IST
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