भोपाल। प्रदेश में 15 अप्रैल से रबी की फसलों के उपार्जन का काम शुरू कर दिया गया है. जिसके लिए प्रशासन की ओर से किसानों को SMS के जरिए सूचना देकर खरीदी केंद्रों पर बुलाया जा रहा है. इस दौरान कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के खतरे को देखते हुए सभी किसानों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जा रहा है, लेकिन कई केंद्रों से तौल में गड़बड़ी की शिकायतें भी मिल रही हैं, जिसे देखते हुए अब प्रशासन की ओर से धर्म कांटे को भी मान्यता दे दी गई है और व्यवस्था के अनुरूप धर्म कांटे से भी खरीदी की जाएगी.
स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन के प्रबंध संचालक ने बताया कि इस साल रबी उपार्जन में धर्म कांटे की तोल को ही मान्यता दी गई है. उपार्जन केंद्रों में खरीदी के दौरान तोल की शिकायतों के शत-प्रतिशत निराकरण के लिए धर्म कांटे सुनिश्चित किए गए हैं.
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रबी उपार्जन प्रक्रिया में तौल प्रक्रिया को फुलप्रूफ बनाया गया है. परिवहन के पहले उपार्जन के लिए केंद्र से नजदीक पहले ही धर्म कांटे सुनिश्चित कर लिए गए हैं, जहां खाली ट्रक का वजन कराया जाएगा. इस काम के लिए धर्म कांटों पर वे-ब्रिज प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति की गई है.
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गोदाम पर ले जाने से पहले परिवहनकर्ता के प्रतिनिधि खरीदी कंद्रों पर अस्थाई भंडारण से 50 किलो के बोरे को इलेक्ट्रिक कांटे से तोलकर तैयार करेंगे. गोदाम में ले जाने से पहले परिवहनकर्ता के प्रतिनिधि के सामने सैंपल के तौर पर कुछ बोरे तोल कर परिवहनकर्ता को देने के निर्देश दिए गए हैं. परिवहनकर्ताओं को तोल विवरण के लिए डिजिटल ट्रांसपोर्ट चालान दिया जाएगा. इसके बाद रबी फसलों से भरे ट्रक के लोडिंग का वजन निधार्ण धर्म कांटे पर किया जाएगा, जोकि अंतिम माना जाएगा.