इंदौर। 15 माह की कमलनाथ सरकार गिरने के बाद एक बार फिर अतिथि शिक्षकों ने मोर्चा खोला है. पहली बार राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले में कमलनाथ सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है. सिंधिया ने इंदौर में कहा कि कमलनाथ सरकार की वादाखिलाफी के कारण ही मुझे सड़क पर उतरना पड़ा. अब नए दल में इस मुद्दे का जो भी संकट होगा, उसका समाधान निकालेंगे.
कमलनाथ सरकार में अतिथि शिक्षकों के विरोध के चलते राज्यसभा सांसद सिंधिया ने इनके नियमितीकरण का मामला उठाया था. इसके बाद ही तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तल्खी बढ़ गई थी. अब जब एक बार फिर ये मुद्दा गरमा रहा है तो इस मुद्दे से सिंधिया के बचने के सवाल पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वो अतिथि शिक्षकों के मामले से बच नहीं रहे हैं.
शिवराज सरकार से मिलकर हल निकालेंगे
सिंधिया ने कहा कि वो खुद इस मुद्दे पर तत्कालीन सरकार की वादाखिलाफी के कारण यहां आये हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने अपने चुनावी एजेंडे और ग्रंथों में इस मुद्दे को रखा था, उन्होंने अतिथि शिक्षकों के साथ वादाखिलाफी की. अब शिवराज सरकार इस मुद्दे के अलावा कई मुद्दों पर जो भी समाधान होगा, उसका हम मिलकर हल निकालेंगे.
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जनता जानती है कौन क्या है
सिंधिया ने पुराने घटनाक्रम को दोहराते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ही कहा था कि सड़क पर उतरना है तो उतर जाइए और मैं उतर गया. कांग्रेस ने अतिथि शिक्षकों के विरोध के मुद्दे पर सिंधिया के आरोपों के वीडियो जारी करने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि उन्हें वीडियो जारी करना है तो करें लेकिन जनता जानती है कि मैं क्या हूं और वह क्या हैं.