भोपाल। मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के अध्यक्ष राजमणि पटेल ने एक बार फिर कश्मीर मामले को लेकर सवाल खड़े किए हैं. राजमणि पटेल ने कहा है कि जब कश्मीर को अधीन कहा जाता था, तब कश्मीर में किसी के जाने पर रोक नहीं और ना ही कोई विद्रोह नहीं होता था. आज जम्मू कश्मीर को आजाद कहा जा रहा है और प्रजातंत्र लागू होने की बात की जा रही है, तो वहां लोगों को क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है.
राजमणि ने कहा कि ऐसे समय में बाकी लोगों को तो छोड़ दीजिए, जो नेता कश्मीर का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनको भी कश्मीर में जाने की इजाजत नहीं है. राजमणि पटेल का कहना है कि उन्होंने पहले भी कहा था और अब भी कह रहे हैं कि भाजपा का संवैधानिक प्रावधानों पर सामाजिक संस्थानों और सामाजिक न्याय पर भरोसा ही नहीं है.
राजमणि पटेल ने कहा कि 'जब 370 को हटाने का प्रस्ताव आया, तब भी सांसदों को प्रक्रिया संवैधानिक तरीके से बोलने और जानकारी देने का अवसर भी भाजपा ने नहीं दिया था. लेकिन आज सामान्य नागरिकों के अलावा जो कश्मीर का प्रतिनिधित्व करते हैं. हमारे गुलाम नबी आजाद जी को जाने की भी अनुमति नहीं थी, तो इससे साफ जाहिर होता है कि कश्मीर में कुछ और हो रहा है और इनके मन में कुछ और है.'