भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है, पुराने शहर के कई क्षेत्र में प्रत्येक दिन संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो वही संक्रमण का असर राजभवन तक भी पहुंच चुका है. हालांकि राहत की बात ये है कि राजभवन में रहने वाले 395 लोगों की जांच हो चुकी है और जांच के बाद केवल 10 लोग ही संक्रमित पाए गए हैं. इसके अलावा 385 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
राजभवन में पहले जिन 10 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उन्हें उपचार के लिए हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है. जहां सभी का उपचार किया जा रहा है. इसके अलावा इन सभी 10 परिवारों के सदस्यों को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया है.
राजभवन परिसर के 395 व्यक्तियों की हुई जांच
राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे ने बताया कि राजभवन परिसर के 395 व्यक्तियों की कोविड 19 की जांच की गई है, पहले प्राप्त 10 पॉजीटिव प्रकरणों के अलावा बाकि सभी 385 जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. उन्होंने बताया कि राजभवन क्षेत्र में बिना अनुमति के किसी भी व्यक्ति का आवागमन नहीं होगा.
राजभवन में की गई थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था
राजभवन में प्रवेश द्वार और लाल कोठी में प्रवेश के समय अलग-अलग थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. प्रत्येक व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग का विवरण संधारित किया जा रहा है, सभी संपर्क स्थानों पर सैनिटाइजेशन की अनिवार्यता की गई है, प्रत्येक आगंतुक से सर्दी-जुकाम, बुखार आदि के लक्षण नहीं होने का घोषणा पत्र भी लिया जा रहा है.
राजभवन में कर्मचारियों के ठहरने की व्यवस्था
आगंतुक को सभी प्रकार की सावधानियां और प्रोटोकाल जैसे दो गज दूरी रखने, मास्क एवं शू कवर पहनने, सैनिटाइजेशन और थर्मल स्क्रीनिंग आदि सुनिश्चित करने के बाद ही मुलाकात की अनुमति मिलती है. राज्यपाल की डयूटी में कार्यरत कर्मचारियों को उसी क्षेत्र में ठहरने की व्यवस्था की गई है. सभी कर्मचारियों को कोरोना टेस्ट करवाने के उपरांत स्वस्थ कर्मचारियों को ही इस क्षेत्र में ठहराया गया है.