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नगर निगम भोपाल का अजीबोगरीब फैसला, रैन बसेरा किया बंद, गरीब फुटपाथ पर सोने को मजबूर - बेसहारा लोगों को सहारा

भोपाल में कोरोना के चलते रैन बसेरा बंद कर दिया गया जिससे गरीब बेसहारा लोग बाहर सोने को मजबूर हैं.

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रैन बसेरा बंद
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Published : Apr 4, 2020, 12:18 PM IST

Updated : Apr 4, 2020, 2:38 PM IST

भोपाल। शहर में सुल्तानिया जनाना हॉस्पिटल के सामने स्थित रैन बसेरा नगर निगम द्वारा दिए गए तुगलकी फरमान के कारण चर्चा का विषय बना हुआ है. कोरोना वायरस के चलते जहां अन्य राज्यों में और अधिक से अधिक आश्रय स्थल और रैन बसेरे बनाए जा रहे हैं ताकि बेघर बेसहारा लोगों को सहारा मिल सके. वहीं इस रैन बसेरे को इस कठिन समय में गरीबों से खाली करवा लिया गया है. इसका कारण सोशल डिस्टेंशन का पालन करवाना है.


रैन बसेरा से कोरोना वायरस के आते ही लोगों को निकाल फेंक दिया गया. कारण बताया जा रहा है कि प्रशासन का आदेश है जिसमें कोरोना वायरस बीमारी फैलने से बचाने के लिए भीड़ एक जगह एकत्र ना हो इस आदेश का नगर निगम के अधिकारियों ने कुछ और ही अर्थ निकाला. लोगों को रैन बसेरे के सामने फुटपाथ पर सोने को मजबूर कर दिया और रैन बसेरे को बंद कर दिया. जिससे कोरोना वायरस का खतरा और बढ़ गया.

भोपाल। शहर में सुल्तानिया जनाना हॉस्पिटल के सामने स्थित रैन बसेरा नगर निगम द्वारा दिए गए तुगलकी फरमान के कारण चर्चा का विषय बना हुआ है. कोरोना वायरस के चलते जहां अन्य राज्यों में और अधिक से अधिक आश्रय स्थल और रैन बसेरे बनाए जा रहे हैं ताकि बेघर बेसहारा लोगों को सहारा मिल सके. वहीं इस रैन बसेरे को इस कठिन समय में गरीबों से खाली करवा लिया गया है. इसका कारण सोशल डिस्टेंशन का पालन करवाना है.


रैन बसेरा से कोरोना वायरस के आते ही लोगों को निकाल फेंक दिया गया. कारण बताया जा रहा है कि प्रशासन का आदेश है जिसमें कोरोना वायरस बीमारी फैलने से बचाने के लिए भीड़ एक जगह एकत्र ना हो इस आदेश का नगर निगम के अधिकारियों ने कुछ और ही अर्थ निकाला. लोगों को रैन बसेरे के सामने फुटपाथ पर सोने को मजबूर कर दिया और रैन बसेरे को बंद कर दिया. जिससे कोरोना वायरस का खतरा और बढ़ गया.

Last Updated : Apr 4, 2020, 2:38 PM IST
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