भोपाल। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए रेलवे ने सभी नियमित मेल, एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन सेवाओं के साथ उपनगरीय ट्रेनें 12 अगस्त तक रद्द कर दिया है. हालांकि रेलवे ने यात्रियों को सारे पैसे लौटाने की बात कही है. जिसके बाद भोपाल रेल मंडल को अब 12 अगस्त तक निरस्त की गई ट्रेनों का किराया यात्रियों को लौटाना होगा. अभी तक 30 जून तक निरस्त की गई ट्रेनों के करीब 30 हजार यात्रियों को किराया बिना कटौती के पौने दो करोड़ रुपए लौटा दिए गए हैं.
पहले 30 जून तक निरस्त थीं ट्रेन
बता दें कि पहले यह तय हुआ था कि 30 जून तक निरस्त की गई ट्रेनों का ही किराया लौटाया जाएगा, लेकिन गुरुवार शाम को रेलवे बोर्ड ने नियमित ट्रेनों को निरस्त करने की अवधि 12 अगस्त तक बढ़ा दी है. लॉकडाउन से पहले सामान्य दिनों में भोपाल रेल मंडल में 24 घंटे में 300 से अधिक ट्रेनें होकर गुजरती थी. यह ट्रेनें भोपाल, हबीबगंज संत हिरदाराम नगर, इटारसी और बीना से होकर ही जाया करती थी. इसमें लाखों यात्रियों ने बुकिंग कराई थी, लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ट्रेनों को पूर्व में निरस्त किया गया है यह तारीख अब 12 अगस्त तक बढ़ा दी गई हैं.
100 प्रतिशत किराया लौटाएगा रेलवे
इस तारीख तक बुक किए गए रेल टिकटों के बदले लिए गए किराए को बिना किसी टैक्स या अन्य किसी कटौती के यात्रियों को लौटाया जाएगा. 20 जून तक भोपाल रेल मंडल ने स्टेशनों के टिकट काउंटरों से करीब पौने दो करोड़ रुपए लौटा दिए थे. जिन यात्रियों ने ऑनलाइन टिकट खरीदे थे. उनके टिकट ट्रेन के निरस्त होने के साथ ही स्वता निरस्त हो रहे हैं और उन्हें टिकट का किराया भी 100 फीसदी वापस खाते में मिल रहा है. जिन यात्रियों ने विंडो टिकट खरीदे हैं उन्हें किराया वापस लेने के लिए रेलवे स्टेशन ही आना पड़ेगा.
बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से देश की कई गतिविधियों पर सीधा असर पड़ा है. हालांकि अनलॉक वन की शुरुआत के साथ ही कई तरह की आर्थिक गतिविधियों को फिर शुरु किया गया है, तो वहीं लोगों को राहत देने के लिए भी रेलवे विभाग के द्वारा कई स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई हैं, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान भारी संख्या में लोगों को यात्रा को लेकर कई तरह की परेशानियां उठाना पड़ी थी. यही वजह है कि सरकार ने अभी केवल स्पेशल ट्रेनें ही चलाने का फैसला किया है, लेकिन जिस तरह से देश और प्रदेश के कई शहरों में अनलॉक वन के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. उसकी वजह से अब रेलवे की परेशानी भी बढ़ गई है. क्योंकि रेलवे विभाग पहले की तरह ही ट्रेन सेवा शुरू करने की तैयारी कर रहा था, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए फिलहाल रेल सेवा पहले की तरह शुरू होना मुश्किल नजर आ रही है.