भोपाल। सुभाष नगर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. जनता अब इसके लोकार्पण की बाज जोह रही है. लोकार्पण नहीं होने से लोगों को जाम के झाम से जूझना पड़ रहा है. भोपाल लोक निर्माण विभाग ने रेलवे के साथ मिलकर सुभाष नगर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण किया.
रोटरी और मेट्रो प्रोजेक्ट बन रहा बाधा
राजधानी में नवनिर्मित सुभाष नगर रेलवे ओवरब्रिज से यातायात शुरू नहीं हो सका है. इस ओवरब्रिज से यातायात शुरू करने में दो स्थानों पर बाधा थी. इसमें एक बाधा प्रभात चौराहा की रोटरी थी, जिसे पिछले दिनों हटा दिया गया है. वहीं दूसरी ओर मैदा मिल और ब्रिज के पास मेट्रो प्रोजेक्ट के कारण यातायात चालू नहीं हो पा रहा है. अब यहां मेट्रो पिलर के नीचे रोटरी बनाने का काम शुरू होना है.
रोटरी का डिजाइन नहीं हुआ फाइनल
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मेट्रो जब उस जगह को खाली करेगा उसके बाद ही वहां रोटरी बनाने का काम शुरू किया जा सकेगा. हालांकि अभी रोटरी का डिजाइन फाइनल होने के लिए गया है. डिजाइन फाइनल होने के बाद ही रोटरी का काम शुरू किया जा सकेगा. वहीं दूसरी और नगर निगम भोपाल भी रोटरी बनने का इंतजार कर रहा है. उसके बाद ही वहां पर पानी व निकासी के लिये नालियों का काम किया जाएगा.
फरवरी 2021 में मिलनी थी सौगात
फरवरी 2021 में इस ब्रिज को जानता को समर्पित होना था. परंतु मेट्रो के काम के चलते इसका लोकार्पण नहीं हो पाया. उसके बाद 3 जून 2021 को स्थानीय विधायक और मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि मेट्रो के काम के चलते और रोटरी निर्माण न होने के कारण यहां एक्सीडेंट जोन बनने का खतरा है. इसके चलते अभी इस ब्रिज को चालू नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस ने ओवरब्रिज को लेकर भाजपा को घेरा
भोपाल में कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना ने बताया कि रेलवे ब्रिज को 2018 में पूरा हो जाना था. यह प्रोजेक्ट तीन साल लेट है. काफी समय से सड़कें खुदी पड़ीं हैं, जनता परेशान हो गई है. उन्होंने बताया कि उन्हें लगता है कि भारतीय जनता पार्टी आने वाले नगरीय निकाय चुनावों के पहले इसका लोकार्पण कर वाहवाही लूटना चाहती है. उन्होंने कहा कि यह एक घटिया मानसिकता है. जनता को मिलने वाली सुविधाओं को रोकना गलता है.
स्थानीय लोग हो रहे परेशान
वहीं पदम्भनाम नगर के रहने वाले ऋषि राज ने बताया कि ब्रिज चालू न होने से उन्हें एमपी नगर से अपने घर आने जाने के लिए काफी परेशान होना पड़ता है. कभी बोगदा पुल जिंसी से तो कभी एमपी नगर से घूम कर चक्कर लगाकर घर जाना पड़ता है. इसके अलावा अंडरब्रिज में भी जाम की स्थिति बनी रहती है.
अभी तक नहीं बना सुभाष नगर रेलवे ओवर ब्रिज, रेलवे के पास सिर्फ बहाने
वहीं अशोका गार्डन में रहने वाले एलएन शर्मा बताते हैं कि उनका ऑफिस एमपी नगर में है. लगभग 3 से 4 बार उन्हें एमपी नगर जाना पड़ता है, जिसके कारण उन्हें आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि एक दिन में वह लगभग 45 मिनट जाम में फंसे रहते हैं.