भोपाल। गैस पीड़ितों के लिए अपनी पूरी जिंदगी कुर्बान कर देने वाले अब्दुल जब्बार का आज निधन हो गया. मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित कई कैबिनेट मंत्रियों ने उनके निधन पर शोक जताया. जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी दुःख जताते हुए कहा कि अब्दुल जब्बार ने लगातार गैस पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया. उन्होंने गैस पीड़ितों के रोजगार और पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए भी बहुत काम किया.
जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि अब्दुल जब्बार ने सिर्फ गैस पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ही नहीं, बल्कि स्वरोजगार स्थापित कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने करीब 5 हजार गैस पीड़ित महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा.
1987 में बनाया था गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन
गैस हादसे के दिन से शुरू हुआ गैस पीड़ितों के लिए उनका संघर्ष पूरी जिंदगी चलता रहा. 1987 में उन्होंने भोपाल गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन स्थापित किया और पीड़ितों और उनके परिजनों के लिए लड़ाई लड़नी शुरू की. वे 1989 में गैस पीड़ितों को मुआवजा दिलाने में सफल रहे.
अब्दुल जब्बार ने की स्वाभिमान केंद्र की स्थापना
अब्दुल जब्बार ने महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई सीखने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने करीब 5 हजार महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराया. भोपाल के शाहजहानी पार्क में 1986 से हर मंगलवार और शनिवार गैस पीड़ित इकट्ठा होकर अपनी आवाज बुलंद करते रहे हैं.