भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने लव जिहाद को लेकर कानून बनाने का ऐलान कर दिया है. लव जिहाद के खिलाफ विधेयक आने से पहले ही इसका विरोध शुरू हो गया है. मध्य प्रदेश जमीयत-ए-हिंद के अध्यक्ष हारून रशीद ने कहा कि जेहाद को बदनाम न करें. लव जिहाद के नाम पर देश में प्रोपेगेंडा किया जा रहा है, जिसे रोकने की जरूरत है. हारून रशीद ने मांग की है कि कोर्ट ने जो लिविंग रिलेशन में रहने की इजाजत दी है. उसे रोकना चाहिए और शादी की खुलकर इजाजत दे देनी चाहिए, ताकि लोग प्यार मोहब्बत से शादी करें.
हारून रशीद ने कहा कि लव जिहाद प्यार अलग है और जिहाद एक फरीजा का नाम है. इस्लाम में जिहाद फर्ज होता है और इस फर्ज की बहुत सारी कंडीशन होती है. जिहाद का मतलब होता है हक के लिए लड़ना. जिहाद का मतलब है यदि ताकत है तो बुराई को रोकना और अगर हमारे अंदर ताकत नहीं है तो दिल से उस बुराई को बुरा समझना और अगर वह भी नहीं है, तो जुबान से रोकना. जो भी लोग लव जिहाद कहते हैं, वे जिहाद को बदनाम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि श्री राम ने रावण के साथ युद्ध किया, वह जिहाद था. हजरत मूसा ने फिरौन साथ जो लड़ाई की, वह जिहाद था. हजरत इब्राहिम ने जो नमरूद के साथ किया, वह जिहाद था, लव जिहाद शब्द का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है.
हारून रशीद ने कहा कि लव जिहाद के नाम पर जो कानून बन रहा है. इसकी जद में सिर्फ गरीब लोग आएंगे. बड़े-बड़े लोग, फिल्म स्टार उनकी जो मर्जी होगी वह करेंगे. पैसे वाले लोगों का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. क्योंकि संविधान में सब को अपने मजहब पर चलने और अपनी मर्जी से शादी करने की इजाजत देता है.
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लव जिहाद को आतंकवाद से न जोड़ें
हारून रशीद ने कहा कि लव जिहाद को आतंकवाद से जोड़ा जा रहा है. हम आतंकवाद के घोर विरोधी हैं. जमीअत-उल-हिंद ने हमेशा आतंकवाद का विरोध किया है. यदि एक समाज बुराईयां हैं, तो सभी समाजों में है. लेकिन लव जिहाद का नाम लेकर यह संदेश दिया जा रहा है कि सिर्फ मुसलमान नौजवान ही ऐसा गलत काम करते हैं. उन्होंने कहा कि जो भी मां-बाप की पसंद के खिलाफ शादी करता है वह गलत है. सुप्रीम कोर्ट और भारत सरकार ने भी लिविंग रिलेशन की इजाजत दे रखी है. दो लोग अपनी मर्जी से साथ रहते हैं. देश का संविधान अपना जीवनसाथी चुनने की आजादी देता है. जो इसे लव जिहाद कहते हैं, वे संविधान विरोधी है. मध्यप्रदेश में बहुत सारी मिसालें हैं, जिसमें शादी के बाद हिंदू लड़कियों ने मुस्लिम धर्म कुबूल किया है और मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू धर्म कुबूल किया है. ऐसे भी मामले हैं जिसमें धर्म परिवर्तन नहीं हुआ और शादियां हुई हैं. प्रदेश के बहुत बड़े अधिकारी रहे, भागीरथ प्रसाद की पत्नी मेहरून्निसा परवेज हैं. अधिकारी रहे शानी साहब उनकी पत्नी ताजवर रेहमान सहानी हैं.