भोपाल| राम जन्मभूमि पर बनी फिल्म का राजधानी में विरोध शुरु हो गया है. भोपाल मे ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड से जुड़े मौलानाओं का कहना है कि यह फिल्म दो समुदाय के बीच नफरत पैदा करने वाली है.
मुस्लिम धर्म गुरूओं का कहना है कि फिल्म में शरीयत के साथ खिलवाड़ किया गया है. साथ ही ये भी कहना है कि फिल्म में जो तलाक और हलाला को लेकर बताया गया है, वह भी गलत तरीके से दिखाया गया है. जिसका समाज में गलत संदेश जाएगा.
विवादित फिल्म बनाने वाले वसीम रिजवी और फिल्म की हीरोइन नाजनीन पटानी को इस्लाम से खारिज किए जाने का फतवा जारी किया गया है. ऑल इंडिया उलमा बोर्ड का कहना है कि ये लोग इस्लाम से जुड़े हुए हैं, उसके बावजूद इस तरह की विवादित फिल्म बनाई है. मुस्लिम धर्मगुरुओं की मांग है की फिल्म को अगर रिलीज करना है तो फिल्म से सभी विवादित सीन को हटाया जाएं.
मुस्लिम धर्मगुरुओं का ये भी कहना है कि एक तरफ सुप्रीम कोर्ट इस विवादित मामले का हल मध्यस्थता के जरिए करने की पहल की है तो वहीं इस तरह की फिल्म के आने से गलत संदेश जाएगा. बोर्ड के सदस्यों का कहना है कि अगर फिल्म रिलीज करना है तो पहले 4 सदस्यों की कमेटी बनाई जाए, जिसमें सभी धर्म के लोग हो, उसके बाद ही फिल्म को रिलीज किया जाए.