ETV Bharat / state

ये घर किसी ऑक्सीजन प्लांट से कम नहीं, हर ओर हरियाली ही हरियाली - Professor Ved Prakash in Ambala of Haryana

अंबाला के मनाली हाउस इलाक में एक घर किसी ऑक्सीजन प्लांट से कम नहीं है. इस घर में एक हजार से ज्यादा पेड़ पौधे लगे हुए हैं. 78 वर्षीय प्रो. विज करीब 17 सालों से अपने घर में पेड़ पौधे लगा रहे हैं. इनका घर किसी नर्सरी से कम नहीं लगता.

concept image
सांकेतिक चित्र
author img

By

Published : May 27, 2021, 11:16 AM IST

अंबाला/भोपाल। एक तरफ पूरा देश ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है. वहीं अंबाला में एक व्यक्ति ने अपने घर पर ही ऑक्सीजन प्लांट लगाया हुआ है. अंबाला के रहने वाले 78 वर्षीय प्रोफेसर वेद प्रकाश विज का घर पेड़ पौधों से भरा हुआ है. वेद प्रकाश ने अपने घर पर 1000 से ऊपर गमलों में सैकड़ों अलग-अलग किस्मों के प्लांट्स लगाए हुए हैं.

पेड़-पौधे उगाने में दिलचस्पी

प्रोफेसर वेद प्रकाश बताते हैं कि उनके गुरु ने 1982 में उन्हें एक फूल का पौधा दिया था. तभी से उनको पेड़-पौधे उगाने में दिलचस्पी बढ़ी. वो 40 साल एक शिक्षक के तौर पर नौकरी करने के बाद 2004 में रिटायर हुए थे. उसके बाद से वो सिर्फ घर पर रहकर पौधों की देखभाल कर रहे हैं और नए-नए पौधे लेकर अपने घर पर गमलों में लगाते हैं.

ये घर किसी ऑक्सीजन प्लांट से कम नहीं

ये भी पढे़ं- सिरसा में उपमुख्यमंत्री के आवास के बाहर किसानों और पुलिस में हुई धक्का-मुक्की

प्रो. विज ने बताया कि उनके पास 80 किस्म के प्लांट परमानेंट हैं. जिनमें हर सीजन फूल उगते हैं. उन्होंने इंग्लैंड की लिफ्टन नर्सरी से फ्रीजिया नस्ल का पौधा लेकर अपने गमले में लगाया है, जो यहां भी कामयाब हो गया. वैसे प्रोफेसर वेद प्रकाश को भारतीय किस्मों के फूल ज्यादा पसंद हैं.

प्रोफेसर वेद प्रकाश ने बताया कि उन्होंने अपनी नर्सरी में 10 ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पीपल, एरिका, पाम, फर्न्स व अन्य प्लांट्स भी लगाए हुए हैं. कोरोना काल में हो रही ऑक्सीजन की कमी को लेकर उनका कहना है कि सभी देशवासियों को देश और प्रकृति के प्रति अपना फर्ज समझते हुए ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए.

अंबाला/भोपाल। एक तरफ पूरा देश ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है. वहीं अंबाला में एक व्यक्ति ने अपने घर पर ही ऑक्सीजन प्लांट लगाया हुआ है. अंबाला के रहने वाले 78 वर्षीय प्रोफेसर वेद प्रकाश विज का घर पेड़ पौधों से भरा हुआ है. वेद प्रकाश ने अपने घर पर 1000 से ऊपर गमलों में सैकड़ों अलग-अलग किस्मों के प्लांट्स लगाए हुए हैं.

पेड़-पौधे उगाने में दिलचस्पी

प्रोफेसर वेद प्रकाश बताते हैं कि उनके गुरु ने 1982 में उन्हें एक फूल का पौधा दिया था. तभी से उनको पेड़-पौधे उगाने में दिलचस्पी बढ़ी. वो 40 साल एक शिक्षक के तौर पर नौकरी करने के बाद 2004 में रिटायर हुए थे. उसके बाद से वो सिर्फ घर पर रहकर पौधों की देखभाल कर रहे हैं और नए-नए पौधे लेकर अपने घर पर गमलों में लगाते हैं.

ये घर किसी ऑक्सीजन प्लांट से कम नहीं

ये भी पढे़ं- सिरसा में उपमुख्यमंत्री के आवास के बाहर किसानों और पुलिस में हुई धक्का-मुक्की

प्रो. विज ने बताया कि उनके पास 80 किस्म के प्लांट परमानेंट हैं. जिनमें हर सीजन फूल उगते हैं. उन्होंने इंग्लैंड की लिफ्टन नर्सरी से फ्रीजिया नस्ल का पौधा लेकर अपने गमले में लगाया है, जो यहां भी कामयाब हो गया. वैसे प्रोफेसर वेद प्रकाश को भारतीय किस्मों के फूल ज्यादा पसंद हैं.

प्रोफेसर वेद प्रकाश ने बताया कि उन्होंने अपनी नर्सरी में 10 ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पीपल, एरिका, पाम, फर्न्स व अन्य प्लांट्स भी लगाए हुए हैं. कोरोना काल में हो रही ऑक्सीजन की कमी को लेकर उनका कहना है कि सभी देशवासियों को देश और प्रकृति के प्रति अपना फर्ज समझते हुए ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाने चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.