भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ कोदो-कुटकी के उत्पादन को दो-गुना करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग करने की तैयारी में हैं, पर्यटन विभाग के होटलों में कोदो और कुटकी से बने व्यंजनों को मेन्यू में शामिल करने व उनकी बिक्री केन्द्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं.
कमलनाथ ने मंत्रालय में मिलेट मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा व मक्का ऐसी फसलें हैं, जो ज्यादातर आदिवासी इलाकों में होती हैं, जिसका जरूरत के मुताबिक आदिवासी उत्पादन करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोदो-कुटकी के उपार्जन की भी नीति बनाई जाए. साथ ही मिलेट मिशन के तहत आने वाली कोदो-कुटकी फसल के उत्पादन के लिए किसानों को प्रेरित करने को कहा क्योंकि ये एक ऐसी प्रीमियम फसल है, जो हितकर है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन फसलों की जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए. इससे किसानों की आय में 20-25 प्रतिशत तक का इजाफा होगा. बैठक में प्रमुख सचिव किसान कल्याण एवं कृषि विकास अजीत केसरी ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मिलेट मिशन के तहत कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा की फसलों के जैविक व सामान्य उत्पादन को दो-गुना करने के लिए कार्य योजना बनाई गई है. ग्रामीण विकास विभाग के आजीविका मिशन, निजी क्षेत्र के एनजीओ, समितियों और फार्मर प्रोड्यूस कंपनियों के सहयोग से कार्य योजना को क्रियान्वित किया जाएगा.