भोपाल। भोपाल, इंदौर और उज्जैन जिलों को छोड़कर प्रदेश भर में 15 अप्रैल से गेहूं की खरीदी शुरू होने जा रही है. इसके लिए सभी जिलों में 4600 से ज्यादा खरीदी केंद्र बनाए गए हैं. खरीदी केंद्र पर जाने से पहले डेढ़ लाख कर्मचारियों और मजदूरों के अलावा यहां पहुंचने वाले किसानों का इंफ्रारेड थर्मामीटर से तापमान नापा जाएगा. तापमान सामान्य रहने पर ही उन्हें खरीदी केंद्र पर दाखिल होने दिया जाएगा.
अनाज खरीदने के लिए सरकार तैयारी में जुटा है. मध्यप्रदेश में 21 लाख 39 हजार 302 किसान पंजीकृत हैं. फसल उपार्जन के लिए प्रदेश भर में 4618 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं. गेहूं खरीदी के लिए 2918 सोसाइटी को अधिकृत किया गया है. वही 1500 गोदाम केंद्र और 200 साइलो केंद्र चिन्हित किए गए हैं. भोपाल संभाग में 3 लाख 70 हजार 145 किसानों से गेहूं की खरीदी की जाएगी. भोपाल संभाग में शहरी क्षेत्र को छोड़कर विदिशा में 199, सीहोर में 162, रायसेन में 155, राजगढ़ में 88 और भोपाल में 58 केंद्रों पर गेहूं खरीदी होगी.
- भोपाल, इंदौर, उज्जैन में समर्थन मूल्य पर अभी नहीं होगी खरीदी.
- खरीदी केंद्र पर तैनात रहने वाले कर्मचारी मजदूरों का इंफ्रारेड थर्मामीटर से तापमान नापा जाएगा.
- खरीदी केंद्र पर 1 दिन में सिर्फ 10 से 12 किसानों को SMS भेजकर बुलाया जाएगा, ताकि अनावश्यक भीड़ ना लगे.
- साथ ही 60 साल से ज्यादा उम्र के किसानों को ना आने की सलाह दी जा रही है.
- खरीदी केंद्र पर सैनिटाइजर, मास्क और साबुन की व्यवस्थाएं की जाएंगी.
- जनपद पंचायत स्तर पर तैनात टीम उपार्जन के दौरान लोगों को कोरोना महामारी से बचने के लिए जागरूक करेगी.