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स्मार्टफोन खरीदने को लेकर MP में विवाद, जानें क्या है पूरा मामला

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सामने एक नई परेशानी आ गई है. महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर पोषण ट्रैकर ऐप जारी किया गया है. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि ऐप डाउनलोड करने के लिए उन्हें नया स्मार्टफोन खरीदना होगा. इसे लेकर नया विवाद शुरू हो गया है.

स्मार्टफोन खरीदने को लेकर MP में विवाद
स्मार्टफोन खरीदने को लेकर MP में विवाद
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Published : Mar 28, 2021, 2:24 PM IST

भोपाल। महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नया मोबाइल खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है. ताकि कार्यकर्ता पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड कर सकें. इसे लेकर आंगनबाड़ी और सहायिकाओ में नाराजगी है. ऐप के विरोध में महिला बाल विकास विभाग की केंद्रीय और मप्र मंत्री के नाम एसडीएम बैरसिया और परियोजना अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया.

यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
इस मौके पर यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष हाजरा काजी ने कहा कि नियमों के नाम पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है. उनसे कहा जा रहा है कि वो नया स्मार्टफोन खरीदें और उसमें ऐप डाउनलोड करें.

कार्यकर्ता किसी और को नहीं दे सकती फोन
विभाग के निर्देशानुसार मोबाइल को परिवार के अन्य लोगों को देना मना है, जबकि कई परिवारों में एक ही फोन को आंगनवाड़ी, उनके पति और बच्चे भी उसी मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. वहीं आज-कल बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है. उसमें भी इसी का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में कार्यकर्ताओं की सरकार से मांग है कि नए फोन के लिए इस्तामाल डेटा के लिए पैसे भी दिए जाए. इसके बाद योजना पर काम कराया जाए.

ऐस में हिंदी डिटेल नहीं
इसके अलावा ऐप डाउनलोड होने के बाद अंग्रेजी में जानकारी भी मांगी जाती है. ऐप में हिंदी में डिटेल टाइप नहीं होती है, वहीं साधारण मोबाइल में यह ऐप इस्तेमाल नहीं होता है.

भोपाल। महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नया मोबाइल खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है. ताकि कार्यकर्ता पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड कर सकें. इसे लेकर आंगनबाड़ी और सहायिकाओ में नाराजगी है. ऐप के विरोध में महिला बाल विकास विभाग की केंद्रीय और मप्र मंत्री के नाम एसडीएम बैरसिया और परियोजना अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया.

यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
इस मौके पर यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष हाजरा काजी ने कहा कि नियमों के नाम पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है. उनसे कहा जा रहा है कि वो नया स्मार्टफोन खरीदें और उसमें ऐप डाउनलोड करें.

कार्यकर्ता किसी और को नहीं दे सकती फोन
विभाग के निर्देशानुसार मोबाइल को परिवार के अन्य लोगों को देना मना है, जबकि कई परिवारों में एक ही फोन को आंगनवाड़ी, उनके पति और बच्चे भी उसी मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं. वहीं आज-कल बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है. उसमें भी इसी का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में कार्यकर्ताओं की सरकार से मांग है कि नए फोन के लिए इस्तामाल डेटा के लिए पैसे भी दिए जाए. इसके बाद योजना पर काम कराया जाए.

ऐस में हिंदी डिटेल नहीं
इसके अलावा ऐप डाउनलोड होने के बाद अंग्रेजी में जानकारी भी मांगी जाती है. ऐप में हिंदी में डिटेल टाइप नहीं होती है, वहीं साधारण मोबाइल में यह ऐप इस्तेमाल नहीं होता है.

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