भोपाल। कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा छाया हुआ है. अनलॉक के बाद नेशनल पार्कों को पर्यटकों के लिए खोला गया था, लेकिन यहां गिने-चुने पर्यटक ही पहुंचे. ऐसा ही हाल मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों का भी है. इसको देखते हुए अब लोगों को प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की पूजा और आरती के वर्चुअल दर्शन कराने का निर्णय लिया गया है.
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर, ओम्कारेश्वर मंदिर, दतिया की प्रसिद्ध बगलामुखी मंदिर, सीहोर जिला स्थित सलकनपुर की प्रसिद्ध बिजासन देवी मंदिर, इंदौर के प्रसिद्ध चिंतामन गणेश मंदिर, ओरछा के प्रसिद्ध रामराजा सरकार मंदिर, नलखेड़ा स्थित प्रसिद्ध बगलामुखी मंदिर की पूजा अर्चना और आरती वर्चुअल दिखाई जाएगी. इससे लोग घर बैठे इन प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे.
पर्यटन और संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के मुताबिक कोरोना की वजह से पर्यटकों की आवाजाही लगभग ना के बराबर रह गई है. इसको देखते हुए देश-विदेश के लोगों को मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों के दर्शन दर्शन कराए जाएंगे. इसको लेकर पर्यटन विभाग तैयारी में जुटा है.
इससे जहां मौजूदा संकट के समय लोग घर बैठकर ही दर्शन कर सकेंगे. वहीं इसका लाभ परिस्थितियों सामान्य होने के बाद पर्यटकों को इन स्थान तक लाने के रूप में मिलेगा. मंत्री उषा ठाकुर के मुताबिक विभाग वर्चुअल टूर इसमें भी शामिल कर रहा है, ताकि कोरोना खत्म होने के बाद लोगों का मन इन स्थानों पर जाने का बने.
पर्यटन और संस्कृति के बजट में कटौती
कोरोना से मध्य प्रदेश का टूरिज्म बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. पिछले साल मध्यप्रदेश में करीब 7 करोड़ पर्यटक आए थे, इन पर्यटकों में तीन लाख से ज्यादा विदेशी सैलानी थे. कोरोना वायरस संस्कृति और पर्यटन विभाग के बजट प्रावधानों में बड़ी कटौती हुई है. पिछले बजट में पर्यटन विभाग के लिए 229 करोड़ रुपए का मद रखा गया था, जबकि इस बार 51.21 करोड़ रुपए का मद रखा गया है. इसी तरह संस्कृति विभाग में पिछले बजट में 226 करोड़ रुपए रखे गए थे, इस बार सिर्फ 131.60 करोड़ रुपए रखे गए हैं.