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सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने सुनी पिता की गुहार, अपने सरकारी बंगले से करेंगी दो बेटियों का ब्याह

सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर फिर चर्चा में है. इस बार वजह राजनैतिक नहीं सामाजिक है. उन्होंने एक पिता की गुहार पर एक संकल्प लिया और आज उसको पूरा करने का दिन है.

MP pragya thakur
सांसद प्रज्ञा ठाकुर
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Published : Jul 7, 2021, 7:11 AM IST

Updated : Jul 7, 2021, 8:02 AM IST

भोपाल। एक पिता की गुहार को न नहीं कह पाईं सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर. सो उन्होंने, अपने सरकारी 74 बंगले निवास बी 29 से दो बेटियों को विदा करने का संकल्प लिया. 7 जुलाई, बुधवार को अपने इस संकल्प को ठाकुर का बंगला तैयार है. बारात उज्जैन से आएगी.

भोपाल स्थित रामपुरा की चंचल और संध्या का विवाह समारोह यहीं से संपन्न होगा. सांसद धूमधाम से दोनों बेटियों की डोली विदा करेंगी. बेटियों के पिता नर्मदा प्रसाद ने अपनी खस्ताहाल आर्थिक स्थिति की दुहाई दी थी. उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन में काम धंधा ठप है और तंगी के कारण अब उनके सामने बेटियों का भविष्य है. जो अंधकारमय लग रहा है. इसके बाद सांसद ने दोनों बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई.

मजदूरी करते हैं नर्मदा प्रसाद

भोपाल के टीला रामपुरा में रहने वाले नर्मदा प्रसाद मिश्रा अपनी पत्नी के साथ मजदूरी करते हैं. दोनों की मुट्ठी भर कमाई से ही घर का गुजारा चलता है. नर्मदा प्रसाद के घर में उनकी दो बेटियां चंचल और संध्या भी हैं. दोनों बेटियों की उम्र शादी करने लायक होने के बाद नर्मदा प्रसाद ने उनके लिए वर तलाशना शुरु किया. दोनों का रिश्ता उज्जैन के नानूखेड़ा गांव के किसान परिवार में तय हो गया. लेकिन गरीब मां- बाप की मजबूरी ऐसी की उनके पास अपनी बेटियों को देने के लिए पांच बर्तन तक नहीं थे. ऊपर से कोरोना के कारण लॉक डाउन लगने की वजह से काम धंधा चौपट होने से घर चलाने में भी दिक्कत हो रही थी

सवाल था कैसे करें बेटियों के हाथ पीले

लॉकडाउन की वजह से आमदनी का कोई श्रोत नहीं बचा. घर चलाना भी दूभर हो गया. ऐसे में अपनी बेटियों के लिए योग्य वर मिलने के बाद भी शादी नहीं कर पाने का गम इस गरीब पिता को परेशान कर रहा था. करें भी तो क्या? कोई युक्ति नहीं सूझी तो बुजुर्ग माता- पिता मदद ने भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के दर पर दस्तक दी. उन्होंने सांसद प्रज्ञा को अपनी स्थिति बताते हुए आर्थिक सहायता की मांग की.

और सांसद ने लिया संकल्प

पिता की गुहार सुन कर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एक संकल्प लिया. उन्होंने गरीब माता पिता को निश्चिंत रहने को कहा और दोनों बेटियों को अपने सरकारी आवास से विदा करने का फैसला लिया. ठाकुर ने शादी की पूरी जिम्मेदारी उठाई और हर तरह के खर्चे का बीड़ा उठाया.

सांसद आवास में बजेगी शहनाई

7 जुलाई को दोनों बेटियों की बारात सांसद प्रज्ञा के 74 बंगला स्थित निवास बी 29 पर आएगी. यहीं से सबका आशीर्वाद ले दोनों बिटिया बिदा भी होंगी. जानकारी के मुताबिक उज्जैन से बारात आदर्श नव दुर्गा मंदिर चक्की चौराहा पर रूकेगी. यहां पर स्वागत सत्कार होने के बाद शाम को गोधुली बेला में फेरे होंगे. इसके बाद 8.30 बजे विदाई कार्यक्रम सम्पन्न होगा.

भोपाल। एक पिता की गुहार को न नहीं कह पाईं सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर. सो उन्होंने, अपने सरकारी 74 बंगले निवास बी 29 से दो बेटियों को विदा करने का संकल्प लिया. 7 जुलाई, बुधवार को अपने इस संकल्प को ठाकुर का बंगला तैयार है. बारात उज्जैन से आएगी.

भोपाल स्थित रामपुरा की चंचल और संध्या का विवाह समारोह यहीं से संपन्न होगा. सांसद धूमधाम से दोनों बेटियों की डोली विदा करेंगी. बेटियों के पिता नर्मदा प्रसाद ने अपनी खस्ताहाल आर्थिक स्थिति की दुहाई दी थी. उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन में काम धंधा ठप है और तंगी के कारण अब उनके सामने बेटियों का भविष्य है. जो अंधकारमय लग रहा है. इसके बाद सांसद ने दोनों बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई.

मजदूरी करते हैं नर्मदा प्रसाद

भोपाल के टीला रामपुरा में रहने वाले नर्मदा प्रसाद मिश्रा अपनी पत्नी के साथ मजदूरी करते हैं. दोनों की मुट्ठी भर कमाई से ही घर का गुजारा चलता है. नर्मदा प्रसाद के घर में उनकी दो बेटियां चंचल और संध्या भी हैं. दोनों बेटियों की उम्र शादी करने लायक होने के बाद नर्मदा प्रसाद ने उनके लिए वर तलाशना शुरु किया. दोनों का रिश्ता उज्जैन के नानूखेड़ा गांव के किसान परिवार में तय हो गया. लेकिन गरीब मां- बाप की मजबूरी ऐसी की उनके पास अपनी बेटियों को देने के लिए पांच बर्तन तक नहीं थे. ऊपर से कोरोना के कारण लॉक डाउन लगने की वजह से काम धंधा चौपट होने से घर चलाने में भी दिक्कत हो रही थी

सवाल था कैसे करें बेटियों के हाथ पीले

लॉकडाउन की वजह से आमदनी का कोई श्रोत नहीं बचा. घर चलाना भी दूभर हो गया. ऐसे में अपनी बेटियों के लिए योग्य वर मिलने के बाद भी शादी नहीं कर पाने का गम इस गरीब पिता को परेशान कर रहा था. करें भी तो क्या? कोई युक्ति नहीं सूझी तो बुजुर्ग माता- पिता मदद ने भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के दर पर दस्तक दी. उन्होंने सांसद प्रज्ञा को अपनी स्थिति बताते हुए आर्थिक सहायता की मांग की.

और सांसद ने लिया संकल्प

पिता की गुहार सुन कर सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एक संकल्प लिया. उन्होंने गरीब माता पिता को निश्चिंत रहने को कहा और दोनों बेटियों को अपने सरकारी आवास से विदा करने का फैसला लिया. ठाकुर ने शादी की पूरी जिम्मेदारी उठाई और हर तरह के खर्चे का बीड़ा उठाया.

सांसद आवास में बजेगी शहनाई

7 जुलाई को दोनों बेटियों की बारात सांसद प्रज्ञा के 74 बंगला स्थित निवास बी 29 पर आएगी. यहीं से सबका आशीर्वाद ले दोनों बिटिया बिदा भी होंगी. जानकारी के मुताबिक उज्जैन से बारात आदर्श नव दुर्गा मंदिर चक्की चौराहा पर रूकेगी. यहां पर स्वागत सत्कार होने के बाद शाम को गोधुली बेला में फेरे होंगे. इसके बाद 8.30 बजे विदाई कार्यक्रम सम्पन्न होगा.

Last Updated : Jul 7, 2021, 8:02 AM IST
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