भोपाल। राजनीति में आस्था की ऐसी तस्वीरें कम दिखाई देती हैं. माथा देखकर तिलक करने वाली सियासत के दौर में ऐसे नेता भी हैं, जिनका नेतृत्व बदल जाए लेकिन उनकी आसथा नहीं बदलती. एमपी में सिंधिया समर्थक मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर शिवराज कैबिनेट से अब मोहन कैबिनेट का हिस्सा बन गए, लेकिन उनके नेता तो लगता है जयोतिरादित्य सिंधिया ही हैं. भोपाल एयरपोर्ट पहुंचे सिंधिया के चरणों में अपना सिर रखने के साथ उन्होंने अपने नेता का अभिवादन किया.
क्यों महाराज के चरणों में गिरे मोहन के मंत्री: मोहन कैबिनेट के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का चरण वंदना का पुराना रिकार्ड है. खासकर जब उनके नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सामने खड़े हों. कमोबेश फिर यही तस्वीर बनी. सिंधिया एयरपोर्ट से शपथ ग्रहण कार्यक्राम के लिए जा रहे थे. उसी दौरान मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर उनके आगे इस तरह से नतमस्तक हुए कि उन्होंने अपना सिर ही महाराज के कदमों में रख दिया. आस पास के लोग भी इस नजारे को हैरान होकर देख रहे थे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने दिल्ली से भोपाल आए थे. ये वाकया उसी दौरान का है. प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पहले उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंटकर उनकी अगुवानी की. फिर इस तरह से उनके पैरों में गिर गए. हालांकि सिंधिया उन्हें उठा रहे थे.
पहले भी सरेबाजार करते रहे हैं चरण वंदन: ये पहला मौका नहीं था, शिवराज सरकार में उर्जा मंत्री रहते हुए और उसके पहले कमलनाथ सरकार में भी मंत्री पद पर रहते हुए प्रद्युम्न सिंह तोमर के आस्था में ये स्टंट दिखाई देते रहे हैं. कई बार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें इसके लिए फटकार भी लगाई है.
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मोहन के मंत्री और महाराज की भक्ति: सोशल मीडिया पर जैसे ही ये तस्वीरें वायरल हुई. उसके बाद सियासी गलियारों में ये सवाल उठने लगे कि आखिर मोहन के मंत्री के महाराज की इस भक्ति के क्या मायने निकाले जाएं. हालाकि राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश भटनागर कहते हैं 'इसमें दो राय नहीं कि कैबिनेट में सिंधिया समर्थकों को जगह देने मिलने की एक वजह खुद सिंधिया ही हैं. जो नेता एक मिनिट में अपने नेता के अपमान पर पार्टी छोड़ आए, उनकी निजी आस्थआ की तरह ही इसे देखना चाहिए.'