भोपाल। बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती के विवादित बयान पर सियासत गरमा गई है, कांग्रेस जहां उमा भारती के बयान का समर्थन कर रही है, वहीं सरकार अपनी ही वरिष्ठ नेता से किनारा कर रही है. नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने साफ कर दिया है कि ब्यूरोक्रेसी के सहयोग से ही सभी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो रहा है, जबकि कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी का यही असली चरित्र और चेहरा है, बीजेपी हमेशा अधिकारियों का शोषण करती रही है.
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ब्यूरोक्रेसी पर विवादित टिप्पणी कर फिर सुर्खियों में हैं, उमा भारती ने ब्यूरोक्रेसी को मानने से ही इनकार करते हुए कहा कि ब्यूरोक्रेसी कुछ नहीं होती है, ये तो नेताओं की चप्पल उठाने के लिए (Bureaucrats Lift Slippers of Politicians) होती है. वहीं ब्यूरोक्रेसी द्वारा नेताओं को घुमाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये फालतू बात है ब्यूरोक्रेसी की औकात क्या है, ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमाती नहीं, अकेले में बात हो जाती है फिर ब्यूरोक्रेसी फाइल बनाकर लाती है.
उमा भारती के बयान पर घिरती सरकार ने उनके बयान से किनारा कर लिया है, कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कोई ब्यूरोक्रेसी पर हावी नही है, अभी जो सरकार के काम चल रहे हैं वो ब्यूरोक्रेसी के चलते ही सम्भव हो रहे हैं, नौकरशाही की वजह से ही प्रदेश कई कामों में नंबर वन है, ब्यूरोक्रेसी का सहयोग सरकार को हमेशा मिलता रहा है.
नेताओं की चप्पल उठाते हैं नौकरशाह! ब्यूरोक्रेसी की औकात क्या जो नेताओं को घुमाए: उमा भारती
कांग्रेस अब उमा भारती के जरिये सरकार को घेर रही है, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय सिंह यादव का आरोप है कि बीजेपी अधिकारी-कर्मचारी विरोधी है, यही बीजेपी का असली चेहरा है, क्या ब्यूरोक्रेसी चप्पल उठाने वाली है, इसका जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को देना चाहिये.