भोपाल। कमलनाथ सरकार भोपाल के मिंटो हाल में आज संत समागम आयोजन कर रही है, जिसमें करीब एक हजार से ज्यादा संत शामिल होंगे. इस मुद्दे पर सूबे की सियासत गरमा रही है. बीजेपी ने एक तरफ इसे नकली संतों का कार्यक्रम बताया है तो वहीं कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि बीजेपी ने संतों के साथ सिर्फ छलावा किया, जबकि 9 माह की सरकार में ही प्रदेश के सभी संत कमलनाथ से चर्चा करने जा रहे हैं.
राहुल कोठारी ने लगाया गंभीर आरोप
संत समागम को लेकर बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने सीएम कमलनाथ पर जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिसने गुरूद्वारे पर खड़े होकर लोगों के सिर कटवा दिए थे आज उस व्यक्ति को संतों के समागम की जरूरत पड़ रही है, ये आश्चर्य की बात है. ये पूरी तरह फर्जीवाड़े का मामला है. कार्यक्रम में आचार्य प्रमोद कृष्णम जैसे व्यक्ति आ रहे हैं, जो लगातार जहर उगलते हैं.
'राहुल कोठारी ने कमलनाथ पर बोला हमला'
राहुल कोठारी ने कहा कि प्रमोद कृष्णम जैसे व्यक्ति के पास किसी किसी अखाड़े और मठ से संत होने का सर्टिफिकेट नहीं है. कमलनाथ सरकार अपनी इमेज बनाने के लिए नकली साधु संत लेकर ये कार्यक्रम कर रही है. राहुल कोठारी ने कहा कि संत समागम में आने वाले सभी संतों की आईडी चैक करनी चाहिए. उन्होंने दावा किया है लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह दिग्विजय सिंह के प्रचार में कम्प्यूटर बाबा के नेतृत्व में नकली संत आए थे, उसी तरह इसमें भी नकली संत आ रहे हैं.
'राहुल गांधी बताएं अपना धर्म'
संत समागम को लेकर पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने भी कांग्रेस पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ और कांग्रेस धर्म से शिक्षा लें, राजनीति की शिक्षा न दें. कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि राम मुद्दे पर उसका स्टंट क्या है. रामसेतु तोड़ने की कवायद उन्होंने क्यों की थी. कांग्रेस को ये बताना चाहिए कि सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी का धर्म क्या है, वे कोर्ट में जनेऊ पहनकर अपने आप को हिंदू बताने की कोशिश क्यों कर रहे हैं.
कम्प्यूटर बाबा का पलटवार
नर्मदा, क्षिप्रा और मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा ने संत समागम के आयोजन पर कहा कि कार्यक्रम में प्रदेश के करीब एक हजार संत शामिल होंगे. बीजेपी द्वारा संतों का आईडी चैक करने पर उन्होंने पूछा कि संत फर्जी होते हैं जो आईडी चैक करने की बात बीजेपी कह रही है. बीजेपी को शर्म आनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी जब सरकार में थी, तब संतों के साथ सिर्फ छलावा किया गया. लेकिन 9 माह में ही इस आयोजन के जरिए कमलनाथ सभी संतों की बात सुन रहे हैं.
क्या है संत समागम आयोजन
संत समागम आयोजन संत नामदेव त्यागी उर्फ कम्प्यूटर बाबा के नेतृत्व और निर्देशन में हो रहा है. शासन की ओर से आयोजक विभाग अध्यात्म विभाग है. कार्यक्रम में आचार्य प्रमोद कृष्ण और सुबुद्धानंद भी शामिल हो रहे हैं. यह संत समागम प्रदेश में मौजूद संत-शक्ति की अपेक्षाओं को जानने और समझने की एक कोशिश है.