भोपाल। राजधानी में अपराधों की रोकथाम के लिए राजधानी पुलिस ने एक कार्य योजना तैयार की है. जिसके तहत पुलिस अधिकारियों ने भोपाल की ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं, जहां अपराध होने की ज्यादा संभावनाएं बनी रहती है. इन इलाकों में पुलिस के एक-एक अधिकारी को इंचार्ज बना कर तैनात किया जाएगा, जो लगातार इन स्थानों में जाकर वहां के लोगों के संपर्क में रहेंगे. साथ ही उस इलाके या बस्ती में भी एक समिति तैयार करेंगे जो पुलिस को हर छोटी बड़ी घटना की जानकारी देगी.
क्राइम पर लगाम लगाने के लिए पुलिस का नया प्लान, सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी
भोपाल में अपराधों की रोकथाम के लिए राजधानी पुलिस ने एक कार्य योजना तैयार की है. जिसके तहत पुलिस अधिकारियों ने भोपाल की ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं, जहां अपराध होने की ज्यादा संभावनाएं बनी रहती है. पुलिस ने बच्चों की सुरक्षा के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है.
भोपाल। राजधानी में अपराधों की रोकथाम के लिए राजधानी पुलिस ने एक कार्य योजना तैयार की है. जिसके तहत पुलिस अधिकारियों ने भोपाल की ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं, जहां अपराध होने की ज्यादा संभावनाएं बनी रहती है. इन इलाकों में पुलिस के एक-एक अधिकारी को इंचार्ज बना कर तैनात किया जाएगा, जो लगातार इन स्थानों में जाकर वहां के लोगों के संपर्क में रहेंगे. साथ ही उस इलाके या बस्ती में भी एक समिति तैयार करेंगे जो पुलिस को हर छोटी बड़ी घटना की जानकारी देगी.
Body:भोपाल आईजी योगेश देशमुख ने बताया कि चिन्हित इलाकों में अगर कोई भी वारदात होती है तो उसके लिए उस इलाके का इंचार्ज बनाया गया पुलिस अधिकारी जिम्मेदार होगा और उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को भी संवेदनशील होना चाहिए ताकि जघन्य अपराध होने से पहले ही कदम उठाए जा सकें उन्होंने यह भी कहा कि इंचार्ज पुलिस अधिकारी के साथ साथ एनजीओ और समाज सेवी संगठनों को भी इसमें शामिल किया जाएगा जो जन्नत इलाकों में जाकर बच्चों के परिजनों को जागरूक करेंगे साथ ही बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी देंगे।
इतना ही नहीं पुलिस ने बच्चों की सुरक्षा के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है जिसमें बिंदुवार बताया गया है कि बच्चों की सुरक्षा कैसे की जानी चाहिए। चाइल्ड सेफ्टी डायरेक्शन में बताया गया है कि अपने आस-पड़ोस के लोगों के व्यवहार से बच्चों को परिचित कराना चाहिए अपने बच्चों को स्थानीय थाने के फोन नंबर और आपातकालीन नंबर ऑफ के बारे में जानकारी देना चाहिए इसके अलावा एडवाइजरी में यह भी बताया गया है कि अपने बच्चों को किसी दूर के रिश्तेदार पड़ोसी अनजान व्यक्ति के साथ कहीं नहीं भेजना चाहिए बच्चों को स्कूल कॉलेज ट्यूशन या मार्केट अकेले नहीं भेजना चाहिए परिजनों को अपने बच्चों से कोई भी मादक पदार्थ नहीं मंगाना चाहिये इसके अलावा भी चाइल्ड सेफ्टी डायरेक्शन में कई बिंदु दिए गए हैं जन में बताया गया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
Conclusion:दरअसल हाल ही में राजधानी भोपाल के मांडवा बस्ती में एक 8 साल की मासूम बच्ची से रेप और हत्या का मामला सामने आया था जिसके बाद पुलिस ने ऐसे अपराधों की रोकथाम के लिए कार्य योजना तैयार की है हालांकि इससे पहले भी ऐसे कई मामले राजधानी भोपाल में सामने आ चुके हैं और हर बार पुलिस कोई न कोई नई कार्ययोजना तैयार करती है इसके बावजूद भी ऐसे जघन्य अपराधों में कमी नहीं देखी जा रही है।
बाइट- योगेश देशमुख, आईजी, भोपाल।