भोपाल। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इस दौरान राजधानी के 216 स्कूली बच्चे प्रधानमंत्री मोदी के सामने होंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री इनसे संवाद भी करेंगे. इसको लेकर इन बच्चों में खासा उत्साह नजर आ रहा है. भोपाल के स्कूलों के यह बच्चे प्रधानमंत्री से मिलने को लेकर खासे बेचैन भी है और इनके मन में इसको लेकर उत्साह भी है. बच्चों का कहना है कि पीएम मोदी को अभी तक टीवी पर ही देखते थे, लेकिन यह पहला मौका होगा जब उन्हें सामने देखेंगे और उनसे सवाल भी करेंगे.
बच्चों मे उत्साह: इन बच्चों में शामिल यशोधन गुप्ता कहते हैं कि यह उनके लिए पहला मौका होगा जब वह प्रधानमंत्री को अपने सामने देखेंगे और उनसे मिलेंगे. यशोधन कहते हैं कि इस दौरान उन्हें प्रधानमंत्री से बात करने का और संवाद करने का भी मौका मिलेगा, तो उनसे सवाल भी पूछ पाएंगे. इसी तरह छात्रा उन्मुक्त भी प्रधानमंत्री से मिलने को लेकर खासी उत्साहित हैं, वे कहती हैं कि मौका मिलेगा तो वह प्रधानमंत्री को अपनी एक कविता भी सुनाएंगी जो उन्होंने प्रधानमंत्री के लिए लिखी है.
बच्चों को दी गई है बात करने की ट्रेनिंग: फिलहाल इसी तरह का उत्साह उन सभी बच्चों के मन में है जो इस ट्रेन के शुभारंभ अवसर पर इस ट्रेन से यात्रा करेंगे और उसके पहले प्रधानमंत्री से चर्चा करेंगे. जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना बताते हैं कि भोपाल के 37 स्कूलों के 216 विद्यार्थियों का चयन इसके लिए किया गया है और यह सभी वंदे भारत ट्रेन से सफर करने निकलेंगे. वहीं इन सभी विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री के समक्ष किस तरह से बात करनी है और सवाल करना है इसको लेकर दूरदर्शन द्वारा इनका ट्रेनिंग प्रोग्राम भी किया गया है.
PM मोदी के भोपाल दौरे से जुड़ी अन्य खबरें |
प्रतियोगिता से हुआ बच्चों का चयन: प्रधानमंत्री वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे. इस दौरान यह बच्चे वहां मौजूद रहेंगे. आपको बता दें कि भोपाल के जिन स्कूलों के बच्चों को इसमें शामिल किया गया है उसके लिए इन बच्चों को पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिता के आधार पर सिलेक्ट किया गया है. स्कूल शिक्षा विभाग ने वंदे भारत, स्वच्छ भारत और आजादी के अमृत महोत्सव विषय पर एक निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया था जिसमें चयनित विद्यार्थियों को इस ट्रेन के शुभारंभ मौके पर प्रधानमंत्री के समक्ष मौजूद रहने का मौका मिला है. जिसमें सरकारी स्कूलों के साथ ही प्राइवेट स्कूल और सीएम राइज स्कूल के छात्र भी शामिल.