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आदिवासियों को मनाने तीन साल बाद भोपाल आ रहे हैं पीएम मोदी, जानें कैसे चल रही हैं तैयारियां

3 साल बाद पीएम नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल आ रहे हैं. उनके कार्यक्रम के मुताबिक, वह 3 घंटे भोपाल में रहेंगे.

Tribal Pride Day
जनजातीय गौरव दिवस
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Published : Nov 7, 2021, 10:18 AM IST

भोपाल। 15 नवंबर को बीजेपी आदिवासियों (MP Tribes) को रिझाने के लिए जनजातीय गौरव दिवस मना रही है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) प्रदेश के सवा दो करोड़ से ज्यादा आदिवासियों को लुभाने की कोशिश करेंगे. 3 साल बाद पीएम नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल आ रहे हैं. उनके कार्यक्रम के मुताबिक, वह 3 घंटे भोपाल में रहेंगे.

आदिवासियों को रिझाने के लिए जनजातीय गौरव दिवस मना रही भाजपा.

कार्यक्रम से वर्चुअली करीब 4 लाख आदिवासी जुड़ेंगे
बिरसा मुंडा की जयंती पर भोपाल के जंबूरी मैदान में जनजाति महासम्मेलन (tribal convention) होगा, जिसमें डेढ़ लाख से ज्यादा आदिवासियों को बुलाया जा रहा है. मोदी तीन घंटे सभा स्थल पर मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही बीजेपी पूरे प्रदेश से वर्चुअली भी आदिवासियों को जोड़ेगी, जिनकी संख्या लगभग 4 लाख के करीब बताई जा रही है.

लगभग 30 मिनट भाषण देंगी पीएम मोदी
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी यहां 25 से 30 मिनट का भाषण देंगे. मोदी के भाषण के पहले राज्यपाल मंगू भाई और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाषण होंगे. प्रधानमंत्री इस मौके पर राज्य सिकल सेल मिशन कार्यक्रम का शुभारंभ भी करेंगे. सिकल सेल एनीमिया से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है. मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य इलाके में सिकल सेल एनीमिया तेजी से फैल रहा है.

मंच पर आदिवासी नेताओं की रहेगी मौजूदगी
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किए गए हैं. पहली पंक्ति में मंत्री मीना सिंह, विजय शाह और बिसाहूलाल सिंह रहेंगे. वहीं दूसरी पंक्ति में पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे, गजेंद्र सिंह पटेल, सांसद दुर्गादास उइके, सांसद हिमाद्रि सिंह, सांसद सुमेर सिंह सोलंकी और पूर्व विधायक कलसिंह भंवर रहेंगे.

मध्यप्रदेश में आदिवासियों की हैं 47 सीटें
2018 के चुनाव में कांग्रेस को 60% आदिवासियों का वोट मिला था. वहीं बीजेपी को महज 25 % वोट ही मिले थे. कांग्रेस ने सरकार बना ली थी. 2011 की जनगणना के मुताबिक, मध्यप्रदेश में 43 आदिवासी समूह हैं. इनमें भील-भिलाला आदिवासी समूह की जनसंख्या 60 लाख से ज्यादा है. इसके बाद गोंड समुदाय जोकि 51 लाख के करीब, कोल 12 लाख, कोरकू 6 लाख, सहरिया 6 लाख 50 हजार हैं. अब ऐसा माना जा रहा है कि 2021 में इस जनसंख्या में लगभग 5 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है, जोकि अब 25 फीसदी हो चुकी है.

जनजातीय महासम्मेलन में भाग लेने के लिए 15 नवंबर को भोपाल आएंगे पीएम मोदी, हबीबगंज रेलवे स्टेशन का करेंगे लोकार्पण

क्या-क्या रहेंगे कार्यक्रम ?
एक बार फिर भोपाल का जंबूरी मैदान मोदी की सभा के लिए तैयार हो रहा है. यहां पर बनाए गए डोम आधुनिक तरीके से सजाये गए हैं. इसके अलावा स्व सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. गायक कैलाश खेर के साथ ही चेन्नई के पारंपरिक मांदल पर शिवमणि की प्रस्तुति भी होगी. सोलर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ऊर्जा साक्षरता मिशन शुरू करने जा रही है, जिसका शुभारंभ पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. प्रधानमंत्री के इस महा आयोजन में आदिवासियों की जातियां गोंड, भील, भिलाला व सहरिया प्रमुख रूप से शामिल होंगी.

भोपाल। 15 नवंबर को बीजेपी आदिवासियों (MP Tribes) को रिझाने के लिए जनजातीय गौरव दिवस मना रही है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) प्रदेश के सवा दो करोड़ से ज्यादा आदिवासियों को लुभाने की कोशिश करेंगे. 3 साल बाद पीएम नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल आ रहे हैं. उनके कार्यक्रम के मुताबिक, वह 3 घंटे भोपाल में रहेंगे.

आदिवासियों को रिझाने के लिए जनजातीय गौरव दिवस मना रही भाजपा.

कार्यक्रम से वर्चुअली करीब 4 लाख आदिवासी जुड़ेंगे
बिरसा मुंडा की जयंती पर भोपाल के जंबूरी मैदान में जनजाति महासम्मेलन (tribal convention) होगा, जिसमें डेढ़ लाख से ज्यादा आदिवासियों को बुलाया जा रहा है. मोदी तीन घंटे सभा स्थल पर मौजूद रहेंगे. इसके साथ ही बीजेपी पूरे प्रदेश से वर्चुअली भी आदिवासियों को जोड़ेगी, जिनकी संख्या लगभग 4 लाख के करीब बताई जा रही है.

लगभग 30 मिनट भाषण देंगी पीएम मोदी
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी यहां 25 से 30 मिनट का भाषण देंगे. मोदी के भाषण के पहले राज्यपाल मंगू भाई और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाषण होंगे. प्रधानमंत्री इस मौके पर राज्य सिकल सेल मिशन कार्यक्रम का शुभारंभ भी करेंगे. सिकल सेल एनीमिया से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है. मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य इलाके में सिकल सेल एनीमिया तेजी से फैल रहा है.

मंच पर आदिवासी नेताओं की रहेगी मौजूदगी
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किए गए हैं. पहली पंक्ति में मंत्री मीना सिंह, विजय शाह और बिसाहूलाल सिंह रहेंगे. वहीं दूसरी पंक्ति में पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे, गजेंद्र सिंह पटेल, सांसद दुर्गादास उइके, सांसद हिमाद्रि सिंह, सांसद सुमेर सिंह सोलंकी और पूर्व विधायक कलसिंह भंवर रहेंगे.

मध्यप्रदेश में आदिवासियों की हैं 47 सीटें
2018 के चुनाव में कांग्रेस को 60% आदिवासियों का वोट मिला था. वहीं बीजेपी को महज 25 % वोट ही मिले थे. कांग्रेस ने सरकार बना ली थी. 2011 की जनगणना के मुताबिक, मध्यप्रदेश में 43 आदिवासी समूह हैं. इनमें भील-भिलाला आदिवासी समूह की जनसंख्या 60 लाख से ज्यादा है. इसके बाद गोंड समुदाय जोकि 51 लाख के करीब, कोल 12 लाख, कोरकू 6 लाख, सहरिया 6 लाख 50 हजार हैं. अब ऐसा माना जा रहा है कि 2021 में इस जनसंख्या में लगभग 5 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है, जोकि अब 25 फीसदी हो चुकी है.

जनजातीय महासम्मेलन में भाग लेने के लिए 15 नवंबर को भोपाल आएंगे पीएम मोदी, हबीबगंज रेलवे स्टेशन का करेंगे लोकार्पण

क्या-क्या रहेंगे कार्यक्रम ?
एक बार फिर भोपाल का जंबूरी मैदान मोदी की सभा के लिए तैयार हो रहा है. यहां पर बनाए गए डोम आधुनिक तरीके से सजाये गए हैं. इसके अलावा स्व सहायता समूह के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. गायक कैलाश खेर के साथ ही चेन्नई के पारंपरिक मांदल पर शिवमणि की प्रस्तुति भी होगी. सोलर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ऊर्जा साक्षरता मिशन शुरू करने जा रही है, जिसका शुभारंभ पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे. प्रधानमंत्री के इस महा आयोजन में आदिवासियों की जातियां गोंड, भील, भिलाला व सहरिया प्रमुख रूप से शामिल होंगी.

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