भोपाल। मध्य प्रदेश में शनिवार को एक लाख 75 हजार गरीबों के घर का सपना साकार हो गया है. आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने 1.75 लाख घरों का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े. इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि इस बार की दिवाली कुछ और होगी.
पीएम मोदी ने लाभार्थियों से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्यप्रदेश में पीएम आवास योजना के तहत बने घरों का उद्घाटन किया. 1.75 लाख गरीब परिवारों का ऑनलाइन गृह प्रवेश हुआ. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार जिले के सरदारपुर गांव के हितग्राही गुलाब सिंह, सिंगरौली जिले के हितग्राही प्यारे लाल यादव और ग्वालियर जिले के नरेंद्र नामदेव से चर्चा भी हुई. साथी पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि इस बार की दिवाली कुछ और ही होगी. इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि सामान्य तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर बनाने में औसतन 125 दिन का समय लगता है. कोरोना वायरस पीएम आवास योजना के तहत घरों को सिर्फ 45 से 60 दिन में ही बनाकर तैयार कर दिया गया है.
पहले जो घर बनते थे उनमें पारदर्शिता की कमी थी- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गरीबों को सिर्फ आवास ही नहीं बल्कि उज्ज्वला योजना, उजाला योजना, शौचालय योजना, आयुष्मान भारत योजना का लाभ भी मिल रहा है. वही मोदी ने कहा कि पहले जो घर बनते थे और उनमें पारदर्शिता की भी कमी थी, कई गड़बड़ियां भी होती थी. इसलिए उन घरों की गुणवत्ता भी बहुत बेकार होती थी. लाभार्थियों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर भी लगाने होते थे. पहले जो घर बनते थे उनमें गृह प्रवेश ही नहीं हो पाता था पहले गरीब सरकार के पीछे दौड़ता था अब सरकार लोगों के पास जा रही है अब किसी की इच्छा के अनुसार नाम जुड़ा या घटाया नहीं जा सकता है.
सस्ते घरों को बढ़ावा देने का सरकार का उद्देश्य
भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना की स्कीम महंगे रियल एस्टेट सेक्टर की अपेक्षा सस्ते घरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी. इस स्कीम का लक्ष्य 31 मार्च 2022 तक देश भर में 20 मिलियन घरों का निर्माण करके सब के लिए घर, हाउसिंग फॉर ऑल के अपने उद्देश्य को प्राप्त करना है. क्षेत्रों की आवश्यकताओं के आधार पर इस योजना को शहरी और ग्रामीण दो भागों में बांटा गया है. इसी योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश में 12 हज़ार गांवों में 1.75 लाख आवासों का निर्माण किया गया है.