भोपाल। PM मोदी ने भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से एमपी की पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. इस मौके पर PM मोदी ने सबसे पहले इंदौर हादसे के मृतकों को श्रद्धांजली दी और कहा कि उनकी कमी हमेशा खलेगी जो लोग रामनवमी के दिन हमें छोड़ कर चले गए. पीएम ने कहा कि मुझे इस देश की सबसे आधुनिक ट्रेन रवाना करने का आप लोगों ने मौका दिया. यही वो स्टेशन है जिस पर देश का कोई पीएम लगातार दो बार आया है. इसका उन्हे गौरव हासिल हुआ है. यह आधुनिक भारत का आधुनिक स्टेशन और सबसे आधुनक ट्रेन है. यह तिहरा समागम है. इस स्टेशन से जो यात्री दिल्ली जा रहे हैं उन्हे देश की सबसे प्रोफेशनल ट्रेन मिली है. प्रोफेशनल लोगों के लिए यह प्रोफेशनल ट्रेन है. पीएम ने यहां बच्चों से भी बात की और कहा कि उनसे मिलकर, बात करके मन प्रफुल्लित हो गया.
अप्रैल फूल का ताना: 1 अप्रैल को कार्यक्रम रखने पर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर ताना मारा. पीएम ने कहा कि मैंने अधिकारियों और रेल मंत्री से पूछा कि कहीं कांग्रेसी यह ना कहें कि मोदी भोपाल और एमपी के लोगों को अप्रैल फूल तो नहीं बना रहे! मगर देखिए यहां तो उनकी उम्मीद के विपरीत ट्रेन चल पड़ी. पीएम ने कहा कि इस ट्रेन से एमपी में पर्यटन बढ़ेगा और क्षेत्र के विकास के साथ इलाके के लोगों की आय बढ़ेगी. 21 वीं सदी का भारत नए सोच के साथ आगे बढ़ रहा है.
कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप: पीएम ने देश की पिछली सरकारों पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया. पीएम ने कहा कि कांग्रेस और गैर NDA सरकारों ने वोट बैंक की खातिर तुष्टिकरण की राजनीति की और ऐसी योजनाएं लॉन्च की जो महज वोट बटोरने के लिए थी. देश को एक परिवार ने पिछड़ा बनाया. इसी एक परिवार ने कभी किसी से समस्याओं के बारे में नहीं पूछा. बस उनका हित सधे इसी पर काम किया. आम आदमी और सामान्य भारतीय परिवार की ट्रेन को बदहाल बना दिया. भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण पर कभी काम नहीं किया. आजादी के बाद विरासत में मिले रेल नेटवर्क को लावारिस छोड़ दिया. महज राजनीतिक फायदे के लिए रेलवे के विकास की बलि चढ़ा दी. नार्थ ईस्ट के राज्यों को रेल नेटवर्क से नहीं जोड़ा.
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2014 के बाद नार्थ ईस्ट में आया विकास: पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के बाद मैंने नार्थ ईस्ट को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने पर काम शुरु किया. 2014 से पहले देश में रेलवे को लेकर केवल बुरी और मजाकिया खबरें ही सामने आती थीं. स्कूल बच्चों की मानव रहित फाटक पर मौत और ट्रेन दुर्घटनाओं की खबरें ही आती थी. अब यही भारतीय रेल कवच प्रणाली के जरिए बेहद सुरक्षित है और इस तकनीक को और विकसित किया जा रहा है. अब सफर के दौरान पैसेंजर्स को ऑनबोर्ड सेवाएं मिल रही हैं जो पहले कभी नहीं मिली. खासकर इसका फायदा माताओं और बहनों को मिला है. आज रेलवे सफाई के लिए जाना जाता है. पहले रेलवे में टिकटों की कालाबाजारी का स्टिंग ऑपरेशन होता था. मगर अब ऐसा नहीं है.