भोपाल। प्रसिद्ध इतिहासकार-लेखक और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे यानी बाबासाहेब पुरंदरे का सोमवार तड़के पुणे में निधन हो गया. वे 99 साल के थे. बाबासाहेब पुरंदरे ने पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. बाबासाहेब पुरंदरे (Babasaheb Purandare) के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भोपाल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस (Janjatiya Gaurav Divas) के कार्यक्रम में मंच से श्रद्धांजलि दी.
पीएम मोदी ने कहा कि देश के प्रख्यात इतिहास कार शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे (Shivshahir Babasaheb Purandare) का आज सुबह ही निधन हुआ है. बाबासाहेब पुरंदरे ने छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के जीवन को उनके इतिहास को सामान्यजन तक पहुंचाने में जो योगदान दिया है. वह अमुल्य है. मध्य प्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) ने बाबासाहेब पुरंदरे जी को कालिदास पुस्कार से भी सम्मानित किया है.
पीएम मोदी ने ट्विटर पर भी दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबासाहेब पुरंदरे के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कि शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे का निधन इतिहास और संस्कृति की दुनिया में अपूर्ण क्षति है. उन्हीं की बदौलत आने वाली पीढ़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ सकेंगी. उनके अन्य कार्यों को भी याद किया जाएगा.
छत्रपति शिवाजी महाराज पर लिखी किताबें
बाबासाहेब पुरंदरे ने छत्रपति शिवाजी महाराज पर कई किताबें लिखी हैं. उन्होंने अपना जीवन इतिहास और शोध के लिए समर्पित कर दिया था. उन्हें 2019 में भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण और 2015 में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने न केवल शिवराय (छत्रपति) का इतिहास लिखा. बल्कि पेशवाओं के इतिहास को भी दुनिया के सामने रखा. मध्य प्रदेश सरकार ने बाबासाहेब पुरंदरे को कालिदास पुरस्कार से भी नवाजा है.