भोपाल। PM Modi Bhopal visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) चार घंटों के लिए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) आएंगे. पीएम मोदी के चार घंटों के दौरे के लिए प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Sarkar) 25 करोड़ से ज्यादा खर्च करने जा रही है. आज भगवान बिरसा मुंडा (Birsa Munda) की जयंती पर गौरव जनजातीय सम्मेलन में पीएम मोदी शामिल होंगे. अपने कार्यक्रम में से पीएम मंच पर 1 घंटा 15 मिनट रहेंगे. इस कार्यक्रम को अच्छी तरह से संपन्न करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से 25 करोड़ से भी ज्यादा का खर्च किए जाने का अनुमान अधिकारी लगा रहे हैं.
मंच पर 1 घंटे 15 मिनट होंगे मोदी, खर्च 16 करोड़ से ज्यादा
आदिवासियों को खुश करने की कोई भी कोर कसर राज्य सरकार नहीं छोड़ना चाहती है. गौरव जनजातीय सम्मेलन में आदिवासियों के बैठने के लिए बड़े पंडाल भी बन चुके हैं. इनमें परदे लगाए जा रहे हैं. इस कार्यक्रम स्थल को बनाने में 300 से ज्यादा मजदूर हफ्ते भर से इस काम में जुटे हैं. दो लाख से ज्यादा आदिवासियों को लाने के लिए 5000 बसों का इंतजाम किया गया है. इस कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार 16 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर रही है जिसमें 13 करोड़ रुपए सिर्फ जंबूरी मैदान पर होने वाले कार्यक्रम में ही खर्च होंगे. मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा कुछ नेता ही बैठेंगे.
2.25 लाख आदिवासी कार्यक्रम में होंगे शामिल
राजधानी में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के स्वागत की तैयारियां चल रही हैं. जिन रास्तों से वे गुजरेंगे वहां पर फिर से रंग रोगन किया जा रहा है. हालांकि कई सड़क ऐसी हैं, जहां पर बरसात के पहले ही रंग रोगन किया गया था. 2.25 लाख आदिवासियों को भोपाल लाया जाएगा, जिसके लिए 9 करोड़ 85 लाख का बजट रखा गया है.
खाने-नाश्ते के लिए भी करोड़ों का बजट
मिली जानकारी के मुताबिक, आदिवासियों के खाने के बजट पर तीन करोड़ 48 लाख रुपये खर्च होंगे. इसमें अकेले नाश्ते पर 97 लाख 50 हजार खर्च होगें. इन्हें ठहरने में जो खर्च होगा वह बजट तकरीबन 2 करोड़ 65 लाख आएगा.
55 लाख रुपये का खरीदा जाएगा सेनेटाइजर
वहीं कोरोना के केस में बढ़ोतरी को देखते हुए कोरोना कवच के रूप में सिर्फ सेनेटाइजर (sanitizer) खरीदने के लिए 55 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. जंबूरी मैदान में बड़े-बड़े डोम, स्टेज, पंडाल और ब्रांडिंग के लिए पूरी व्यवस्था की गई है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त की जा रही है. पीएम मोदी की सुरक्षा व्यवस्था में 30 वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ 5000 से ज्यादा पुलिसवाले तैनात रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा को देखते हुए भोपाल पुलिस ने होटलों में ठहरे बाहरी व्यक्तियों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है. इतना ही नहीं टीम बनाकर किरायेदारों का वेरिफिकेशन हो रहा है, 8 दिन में पुलिसवालों ने 6000 से ज्यादा किरायेदार ढूंढ निकाले हैं.
कलेक्टर और अधिकारियों को दी जिम्मेदारी
आदिवासियों के लिए बसों की सुविधा, खाने, नाश्ते और रात्रि विश्राम की जिम्मेदारी कलेक्टर और अधिकारियों को दी गई है. आदिवासियों को हर तरह की सहूलियत दी जाएगी. इसके अलावा आदिम जाति कल्याण विभाग (Tribal Welfare Department) राशि को आदिवासी संस्कृति का संरक्षण, विकास एवं उत्थान सेमिनार के नाम पर खर्च करेगा. इस राशि का आवंटन वित्त विभाग ने किया है.
भोपाल के वीआईपी गेस्ट हाउस तक होगा डामरीकरण
पीएम के दौरे के पहले पीडब्ल्यूडी सड़कों को दुरुस्त करने, चमकाने, हेलीपैड का निर्माण (construction of helipad) और बैरिकेडिंग में 1 करोड़ 35 लाख की राशि खर्च कर रही है. इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी भोपाल के वीआईपी गेस्ट हाउस तक का डामरीकरण करेगा.
इन कामों पर होगा इतना खर्च
- वीवीआईपी आगमन पर सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग पर 11 लाख रुपये खर्च होंगे.
- कार्यक्रम में हेलीपैड के आसपास की सुरक्षा के लिए 24 लाख रुपये खर्च होंगे.
- कैंपस की फेंसिंग में जीआई चैन लिंक पर लगभग 12 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे.
- बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में तीन हेलीपैड के निर्माण में 35 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं.
- जंबूरी मैदान में स्थलीकरण करने का कार्य पर 11 लाख रुपये खर्च होंगे.
- विश्वविद्यालय में हेलीपैड तक पहुंचने वाले मार्ग के निर्माण पर 9 लाख रुपये खर्च होना बताया जा रहा है.
कहां-कितनी राशि आवंटित की गई
जिला | राशि |
भोपाल | 127.20 |
बड़वानी | 98.13 |
खरगोन | 90.65 |
सीहोर | 89.4 |
धार | 78.16 |
नोटः राशि लाख में है. |
पास वाले जिलों से ज्यादा से ज्यादा बुलाए जाएंगे आदिवासी
भोपाल से 5 घंटे तक की दूरी वाले जिलों से ज्यादा से ज्यादा आदिवासियों को लाया जाएगा. आदिवासियों की संस्कृति (Culture of tribal) पहचान दर्शाने वाले कार्यक्रमों की झलक भी कार्यक्रम स्थल पर दिखाई देगी. बीजेपी संगठन की तरफ से जिलों में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ता भी भीड़ बढ़ाने के इंतजाम में जुट गए हैं.