भोपाल। मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को अंडा परोसने के अपने बयान पर अड़ी हुई हैं. एक बार फिर आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडा दिए जाने की बात कहकर मंत्री इमरती देवी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है. कमलनाथ सरकार में मंत्री रहते हुए इमरती देवी ने अंडे दिए जाने का बयान दिया था, जिसका बीजेपी ने विरोध किया था. हालांकि अब इमरती देवी बीजेपी सरकार में मंत्री हैं और उनके बयान पर बीजेपी के बड़े नेता चुप्पी साधे बैठे हुए हैं.
बीजेपी में आए पीएचई मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने इमरती देवी का समर्थन करते हुए कहा है, कि अगर डॉक्टर कहता है तो अंडा देने में बुराई नहीं है, हालांकि इसका फैसला लेने का अधिकार सरकार को है. इमरती देवी के बयान पर पीएचई मंत्री ऐंदल सिंह कंषाना ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है.
पीएचई मंत्री ने कहा कि अगर इमरती देवी की मांग जायज है तो मान ली जाए, अगर जायज नहीं है तो फिर नहीं मानी जाए. ऐंदल सिंह कंषाना ने कहा कि अगर अंडे खिलाने से कुपोषण दूर होता है तो मेरी निजी राय है कि बच्चों को अंडे खिलाने चाहिए.
क्या था इमरती देवी का बयान
गुरुवार को ग्वालियर के जयविलास पैलेस में मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था कि 'कमलनाथ सरकार थी तब भी कहा था की आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को अंडे परोसे जाएंगे, आज बीजेपी सरकार है तब भी कह रही हूं, कुपोषण खत्म करने के लिए जिस चीज की आवश्यकता होगी वह बच्चों को परोसा जाएगा.'