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लॉकडाउन का असर या फिर महंगाई की मार, एमपी में पेट्रोल-डीजल की खपत में आई कमी

मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई सामान्य दिनों की अपेक्षा अब भी 30 फीसदी कम है. वहीं कोरोना संकटकाल में डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद संचालकों द्वारा किराए में बढ़ोतरी समेत चार सूत्रीय मांगें सरकार के सामने रखी गई हैं, लेकिन प्रदेश सरकार ने अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है.

Petrol and diesel consumption
पेट्रोल-डीजल की खपत
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Published : Jun 28, 2020, 6:39 PM IST

Updated : Jun 29, 2020, 1:59 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में अनलॉक 1 के बाद भी लोग जरूरी होने पर ही बाहर निकल रहे हैं. खासतौर से एक शहर से दूसरे शहर में लोग यात्रा से परहेज कर रहे हैं, जिसके चलते मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई सामान्य दिनों की अपेक्षा अब भी 30 फीसदी कम है. वहीं कोरोना संकट काल में डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद संचालकों द्वारा किराए में बढ़ोतरी समेत चार सूत्रीय मांगे सरकार के सामने रखी गई. लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी प्रदेश सरकार अब तक कोई निर्णय नहीं ले सकी है.

पेट्रोल-डीजल की खपत

यात्रा, परिवहन प्रतिबंध खत्म

मध्यप्रदेश सरकार ने 1 जून से यात्रा और परिवहन पर प्रतिबंध खत्म कर दिया है. लोग अब बिना रोक-टोक प्रदेश के एक शहर से दूसरे शहर जा सकते हैं. इसके बाद भी कोरोना संक्रमण के डर से लोग बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा कर रहे हैं. यही वजह है कि मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल की खपत सामान्य दिनों के मुकाबले 30 फीसदी कम हो रही है. मध्यप्रदेश पेट्रोल पंप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह के मुताबिक मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल की खपत पहले की तुलना में महज 70 फीसदी हो रही है.

रोड़ टैक्स विवाद

मध्यप्रदेश पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह के मुताबिक प्रदेश में न तो अभी बसों का संचालन हो रहा है और न ही ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से शुरू हुआ है. हालांकि 15 जून से मध्यप्रदेश में इंटर स्टेट बस सेवा शुरू करने के लिए राज्य शासन आदेश जारी कर चुका है, लेकिन बस संचालकों की मांगों की वजह से अभी भी प्रदेश में बसों के पहिए थमे हुए हैं. रोड़ टैक्स को लेकर पूरा विवाद है जिसका अभी भी सरकार निपटारा नहीं कर सकी है. बस संचालकों की मांगों पर विचार जारी है.

बसों का संचालन ठप्प

मध्यप्रदेश बस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक डीजल के कीमतों में बढ़ोतरी के बाद उन्होंने प्रदेश सरकार के समक्ष किराए में बढ़ोतरी समेत 4 सूत्रीय मांगें रखी हैं. मध्य प्रदेश बस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के नर्मदा पुरम संभाग के सचिव दीप विजयवर्गीय के मुताबिक एसोसिएशन की तरफ से शासन के सामने अपनी मांगें रखी जा चुकी हैं, और जब तक उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता प्रदेश में बसों का संचालन नहीं किया जाएगा. साथ ही कहा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन के दौरान बसों का टैक्स माफ करने के निर्देश दे चुकी है. लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है.

ये भी जानिए

  • 16 जून से 50 फीसदी यात्री क्षमता के साथ शुरू हुआ बसों का संचालन
  • टैक्स माफी की मांग को लेकर अड़े हैं बस ऑपरेटर
  • अब तक पूरी तरह से बस सेवा शुरु नही हो सकी हैं
  • इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग के सभी जिलों में 30 जून तक यात्री बसों का संचालन 50% क्षमता के साथ होगा
  • शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, इंदौर और प्रदेश के अन्य इलाकों के लिए बसों का संचालन बंद है

भोपाल। मध्यप्रदेश में अनलॉक 1 के बाद भी लोग जरूरी होने पर ही बाहर निकल रहे हैं. खासतौर से एक शहर से दूसरे शहर में लोग यात्रा से परहेज कर रहे हैं, जिसके चलते मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई सामान्य दिनों की अपेक्षा अब भी 30 फीसदी कम है. वहीं कोरोना संकट काल में डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद संचालकों द्वारा किराए में बढ़ोतरी समेत चार सूत्रीय मांगे सरकार के सामने रखी गई. लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी प्रदेश सरकार अब तक कोई निर्णय नहीं ले सकी है.

पेट्रोल-डीजल की खपत

यात्रा, परिवहन प्रतिबंध खत्म

मध्यप्रदेश सरकार ने 1 जून से यात्रा और परिवहन पर प्रतिबंध खत्म कर दिया है. लोग अब बिना रोक-टोक प्रदेश के एक शहर से दूसरे शहर जा सकते हैं. इसके बाद भी कोरोना संक्रमण के डर से लोग बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा कर रहे हैं. यही वजह है कि मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल की खपत सामान्य दिनों के मुकाबले 30 फीसदी कम हो रही है. मध्यप्रदेश पेट्रोल पंप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह के मुताबिक मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल की खपत पहले की तुलना में महज 70 फीसदी हो रही है.

रोड़ टैक्स विवाद

मध्यप्रदेश पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह के मुताबिक प्रदेश में न तो अभी बसों का संचालन हो रहा है और न ही ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से शुरू हुआ है. हालांकि 15 जून से मध्यप्रदेश में इंटर स्टेट बस सेवा शुरू करने के लिए राज्य शासन आदेश जारी कर चुका है, लेकिन बस संचालकों की मांगों की वजह से अभी भी प्रदेश में बसों के पहिए थमे हुए हैं. रोड़ टैक्स को लेकर पूरा विवाद है जिसका अभी भी सरकार निपटारा नहीं कर सकी है. बस संचालकों की मांगों पर विचार जारी है.

बसों का संचालन ठप्प

मध्यप्रदेश बस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक डीजल के कीमतों में बढ़ोतरी के बाद उन्होंने प्रदेश सरकार के समक्ष किराए में बढ़ोतरी समेत 4 सूत्रीय मांगें रखी हैं. मध्य प्रदेश बस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के नर्मदा पुरम संभाग के सचिव दीप विजयवर्गीय के मुताबिक एसोसिएशन की तरफ से शासन के सामने अपनी मांगें रखी जा चुकी हैं, और जब तक उनकी मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता प्रदेश में बसों का संचालन नहीं किया जाएगा. साथ ही कहा कि केंद्र सरकार लॉकडाउन के दौरान बसों का टैक्स माफ करने के निर्देश दे चुकी है. लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है.

ये भी जानिए

  • 16 जून से 50 फीसदी यात्री क्षमता के साथ शुरू हुआ बसों का संचालन
  • टैक्स माफी की मांग को लेकर अड़े हैं बस ऑपरेटर
  • अब तक पूरी तरह से बस सेवा शुरु नही हो सकी हैं
  • इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग के सभी जिलों में 30 जून तक यात्री बसों का संचालन 50% क्षमता के साथ होगा
  • शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, इंदौर और प्रदेश के अन्य इलाकों के लिए बसों का संचालन बंद है
Last Updated : Jun 29, 2020, 1:59 PM IST
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