भोपाल। भोपाल। सरकार से एक धड़ा टूटने के बाद MP में अपनी सरकार गवां चुके कमलनाथ ने विधायकों को लेकर अजीब बयान दिया है. कमलनाथ ने कहा है कि विधायकों की कोई कीमत नहीं आए या फिर जाएं. भजन तो उनका होता है जो जमीन और लोगों के नजदीक होते हैं. कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में मीडिया से रूबरू हुए कमलनाथ ने यह जवाब एक सवाल के जवाब में दिया. कमलनाथ से सवाल किया गया था कि बीजेपी के पूर्व सांसद माखन सिंह सोलंकी के बाद और कौन से बीजेपी के नेता कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. कमलनाथ ने दावा किया कि बीजेपी के कई जमीनी नेता कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं और सिर्फ उन्हें तारीख का इंतजार है.
PCC अध्यक्ष कमलनाथ ने दावा किया है कि सर्वे में उनके विधायकों का बुरा हाल है. कमलनाथ ने दावा किया कि बीजेपी के कई जमीन से जुड़े हुए नेता उनसे लगातार मिल रहे हैं. आज भी ऐसे ही कुछ नेताओं ने उनसे बंगले पर आकर मुलाकात की है. कमलनाथ ने कहा कि "यह नेता कांग्रेस में आने को पूरी तरह से तैयार है और सिर्फ तारीख का इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में मीडिया से रूबरू हुए कमलनाथ ने बैतूल में बिरसा मुंडा की मूर्ति तोड़े जाने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि चुनाव में सिर्फ 6 माह बचे हैं इसलिए इस प्रकार की प्रायोजित घटनाएं होना शुरू हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि समाज में विवाद और तनाव की स्थिति पैदा हो यह बीजेपी की रणनीति है.
कमलनाथ ने बीजेपी पर साधा निशाना: बीजेपी द्वारा जारी किए गए वीडियो कांग्रेस फाइल्स को लेकर कमलनाथ में बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी जनता को गुमराह करने और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है. आज 9 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है. उन्होंने आखिर अब तक इस मामले में केस दर्ज कर किसी को सजा क्यों नहीं दिलाई. आखिर किसी भी मामले में कोई दोष सिद्ध क्यों नहीं हुआ. बीजेपी सिर्फ ध्यान मोड़ने की साजिश रची है. छिंदवाड़ा में बीजेपी द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंकने के सवार पर कमलनाथ ने कहा कि "छिंदवाड़ा को लेकर मुझे कोई विशेष रणनीति बनाने की जरूरत नहीं है. छिंदवाड़ा की जनता से मेरा आत्मीय पारिवारिक संबंध है.
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बैतूल की घटना को बीजेपी की साजिश बताया: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने बैतूल में 1 दिन पहले भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति तोड़े जाने की घटना को बीजेपी की साजिश बताया है. उन्होंने आरोप लगाया है. एमपी विधानसभा चुनाव को अब 6 महीने बाकी बचे हैं इसलिए चाहे बिरसा मुंडा की मूर्ति का मामला हो या रामनवमी के जुलूस में पत्थरबाजी की घटना इस प्रकार की कई और घटनाएं जो भी घट रही है. वह बीजेपी की रणनीति का हिस्सा है, ताकि समाज में विवाद और तनाव पैदा हो. कमलनाथ ने कहा कि "बीजेपी जो भी कर रही है जनता उसे अच्छी तरह से समझती है इसलिए इस बार का चुनाव मध्य प्रदेश की जनता और बीजेपी के बीच होगा."