भोपाल। प्रदेश में होने वाले 28 विधानसभा के उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर हमला करने का कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहती है. जहां एक तरफ प्रदेश के सीएम उपचुनाव से पहले लगातार कई योजनाओं को शुरू कर रहे हैं तो वहीं लगातार हितग्राहियों को लाभ भी पहुंचा रहे हैं. प्रदेश सरकार के द्वारा संबल योजना को भी एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है और इससे लाखों हितग्राहियों को फायदा भी मिल रहा है, लेकिन विपक्षी दल कांग्रेस को संबल योजना ऊंट के मुंह में जीरे के समान नजर आ रही है.
पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि संबल योजना ऊंट के मुंह में जीरे के समान हैं, क्योंकि पहले छोटे-छोटे व्यवसायियों को नुकसान हुआ और अब बड़े व्यवसायियों के बिजनेस ठप होने जा रहे हैं. कोरोना के चलते लाखों लोगों की नौकरियां चली गई हैं. इस समय किसान लगातार परेशान हैं और जो सरकार अब तक किसानों के मामले में झूठ बोला करती थी. वह भी विधानसभी में जयवर्धन सिंह के सवास पर सामने आ चुका है.
उन्होंने कहा कि "हमारी सरकार बीच में ही गिरा दी गई, जिसकी वजह से दूसरे चरण की कर्ज माफी नहीं हो पाई. पूर्व मंत्री गोविंद सिंह के क्षेत्र में रहने वाले कई किसानों के दो लाख रुपए तक के कर्ज माफ हुए हैं. उन्होंने कहा कि होशंगाबाद और हरदा जिले में भी कर्ज माफी हुई है और हरदा जिले से तो प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल भी आते हैं. उनके क्षेत्र में मैंने अपने हाथों से किसानों को प्रमाण पत्र भी दिए हैं. उन सभी के कर्ज माफ हुए हैं. इस तरह से सरकार का झूठ सभी के सामने आया है''
उन्होंने कहा कि सिंधिया के क्षेत्र में भी कर्ज माफी हुई है, इसके बावजूद भी सरकार विधानसभा के बाद अब एक बार फिर से यही कह रही है कि 6 हजार करोड़ के ही कर्ज माफ हुए हैं, जबकि यह एक सफेद झूठ है. उन्होंने कहा कि अभी जो सरकार कर रही है. वह केवल ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. किसानों की यदि किसी ने मदद की है तो केवल कांग्रेस पार्टी ही है, केवल 67 हजार लोगों को क्रेडिट कार्ड दिए जा रहे हैं. इससे क्या होगा सरकार ने अब तक किसानों को फसल खराब होने पर मुआवजा तक नहीं दिया है. इसके बाद सरकार बीमा के नाम पर किसानों को 1-2 रुपए का मुआवजा दे रही है. कुल मिलाकर बीजेपी किसानों को और प्रदेश की जनता को धोखा देने का काम कर रही है.