ETV Bharat / state

आवाम को टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाएंगे पटवारी, SDM करेंगे निगरानी

कोरोना वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए अब पटवारियों तक की ड्यूटी लगा दी गई है. वहीं मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी राजस्व अधिकारियों को दी गई है.

patwaris-got-responsibility-to-reach-people-to-vaccination-center
कोरोना वैक्सीनेशन
author img

By

Published : Apr 2, 2021, 8:16 AM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण बढ़ता देख सरकार ने वैक्सीनेशन में तेजी लाने की कोशिशें तेज कर दी है. वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए अब पटवारियों तक की ड्यूटी लगा दी गई है. वहीं मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी राजस्व अधिकारियों को दी गई है. हालांकि कोरोना की गति के साथ ही वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. गुरुवार को प्रदेश भर में 3.79 लाख लोगों ने कोरोना वैक्सीन का डोज लगवाया. राजधानी में एक दिन में 23000 लोगों ने वैक्सीन लगवाई.

फसल के सर्वे के बाद अब वैक्सीनेशन में जुटे पटवारी
वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए राज्य सरकार तमाम कोशिशें कर रही है. लोगों के दिलो-दिमाग से वैक्सीन को लेकर आशंकाएं दूर करने के लिए नेताओं का वैक्सीनेशन कराया गया. साथ ही धर्म गुरुओं को भी कोरोना का टीका लगवाया गया. अब लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक लाने के लिए राज्य सरकार ने पटवारियों तक की ड्यूटी इसमें लगा दी है.

पटवारियों को लोगों को वैक्सीन सेंटर तक लाने के लिए टारगेट दिए जा रहे हैं. उधर वैक्सीनेशन की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एसडीएम और तहसीलदारों को दी गई है. पटवारी कहते है कि बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे पूरा हुआ कि अब कोरोना टीकाकरण के काम में लगा दिया गया है. वहीं ऑफिस के कामों को भी देखना पड़ रहा है.

उधर पटवारियों की ड्यूटी लगाए जाने को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा के मुताबिक, सरकार को वैक्सीनेशन के लिए एस्मा तक लगाना पड़ रहा है. इससे साफ है कि प्रशासन में बैठे अधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहे है, लेकिन सरकार को विचार करना होगा कि आखिर एस्मा लगाने की नौबत क्यों आ रही है ?. सरकार को कर्मचारियों की समस्याओं पर भी विचार करना चाहिए.

पटवारियों को सौंपी जिम्मेदारी

आज से 45 साल से अधिक उम्र के वैक्सीनेशन की शुरूआत



हार्ड इम्यूनिटी के लिए वैक्सीनेशन की गति बढ़ाना जरूरी
विशेषज्ञों की मानें, तो कोरोना से छुटकारा तभी मिल सकेगा, जब कुल जनसंख्या का 80 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हो जाए, जिससे इनके शरीर में हार्ड इम्यूनिटी डेवलप होगी. इसके बाद कोरोना संक्रमण कम हो सकता है.

मध्य प्रदेश में टीकाकरण का काम जिस गति से चल रहा है. उस हिसाब से कई महीने वैक्सीनेशन में लग जाएंगे. गुरुवार को प्रदेश में 3.79 लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ. इस तरह लगातार वैक्सीनेशन हुआ, तो प्रदेश की 80 फीसदी यानी 6 करोड़ जनसंख्या के वैक्सीनेशन में 5 माह से ज्यादा का वक्त लग जाएगा.

प्रदेश में अभी तक 37 लाख 60 हजार लोगों को टीका लगाया जा चुका है. हालांकि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण दोगुनी रफ्तार से फैल रहा है. गुरुवार को प्रदेश में कोरोना के 2546 नए मामले सामने आए. 12 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई. 22 फरवरी को प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट घट कर 0.9 फीसदी पहुंच गई थी, जो अब बढ़कर 9.9 फीसदी तक पहुंच गई है. हालांकि भोपाल संभाग के कमिश्नर कविंद्र कियावत के मुताबिक, भोपाल में कोरोना को देखते हुए अस्पतालों में पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं. साथ ही केंद्र की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण का काम भी कराया जा रहा है.

भोपाल। कोरोना संक्रमण बढ़ता देख सरकार ने वैक्सीनेशन में तेजी लाने की कोशिशें तेज कर दी है. वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए अब पटवारियों तक की ड्यूटी लगा दी गई है. वहीं मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी राजस्व अधिकारियों को दी गई है. हालांकि कोरोना की गति के साथ ही वैक्सीनेशन कराने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है. गुरुवार को प्रदेश भर में 3.79 लाख लोगों ने कोरोना वैक्सीन का डोज लगवाया. राजधानी में एक दिन में 23000 लोगों ने वैक्सीन लगवाई.

फसल के सर्वे के बाद अब वैक्सीनेशन में जुटे पटवारी
वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए राज्य सरकार तमाम कोशिशें कर रही है. लोगों के दिलो-दिमाग से वैक्सीन को लेकर आशंकाएं दूर करने के लिए नेताओं का वैक्सीनेशन कराया गया. साथ ही धर्म गुरुओं को भी कोरोना का टीका लगवाया गया. अब लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक लाने के लिए राज्य सरकार ने पटवारियों तक की ड्यूटी इसमें लगा दी है.

पटवारियों को लोगों को वैक्सीन सेंटर तक लाने के लिए टारगेट दिए जा रहे हैं. उधर वैक्सीनेशन की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एसडीएम और तहसीलदारों को दी गई है. पटवारी कहते है कि बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे पूरा हुआ कि अब कोरोना टीकाकरण के काम में लगा दिया गया है. वहीं ऑफिस के कामों को भी देखना पड़ रहा है.

उधर पटवारियों की ड्यूटी लगाए जाने को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा के मुताबिक, सरकार को वैक्सीनेशन के लिए एस्मा तक लगाना पड़ रहा है. इससे साफ है कि प्रशासन में बैठे अधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहे है, लेकिन सरकार को विचार करना होगा कि आखिर एस्मा लगाने की नौबत क्यों आ रही है ?. सरकार को कर्मचारियों की समस्याओं पर भी विचार करना चाहिए.

पटवारियों को सौंपी जिम्मेदारी

आज से 45 साल से अधिक उम्र के वैक्सीनेशन की शुरूआत



हार्ड इम्यूनिटी के लिए वैक्सीनेशन की गति बढ़ाना जरूरी
विशेषज्ञों की मानें, तो कोरोना से छुटकारा तभी मिल सकेगा, जब कुल जनसंख्या का 80 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हो जाए, जिससे इनके शरीर में हार्ड इम्यूनिटी डेवलप होगी. इसके बाद कोरोना संक्रमण कम हो सकता है.

मध्य प्रदेश में टीकाकरण का काम जिस गति से चल रहा है. उस हिसाब से कई महीने वैक्सीनेशन में लग जाएंगे. गुरुवार को प्रदेश में 3.79 लाख लोगों का वैक्सीनेशन हुआ. इस तरह लगातार वैक्सीनेशन हुआ, तो प्रदेश की 80 फीसदी यानी 6 करोड़ जनसंख्या के वैक्सीनेशन में 5 माह से ज्यादा का वक्त लग जाएगा.

प्रदेश में अभी तक 37 लाख 60 हजार लोगों को टीका लगाया जा चुका है. हालांकि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण दोगुनी रफ्तार से फैल रहा है. गुरुवार को प्रदेश में कोरोना के 2546 नए मामले सामने आए. 12 लोगों की कोरोना से मौत भी हुई. 22 फरवरी को प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट घट कर 0.9 फीसदी पहुंच गई थी, जो अब बढ़कर 9.9 फीसदी तक पहुंच गई है. हालांकि भोपाल संभाग के कमिश्नर कविंद्र कियावत के मुताबिक, भोपाल में कोरोना को देखते हुए अस्पतालों में पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं. साथ ही केंद्र की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण का काम भी कराया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.