भोपाल। बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपनी अलग पार्टी बनाने का ऐलान क्या किया, तो मैहर में होने वाली बागेश्वर पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की कथा ही रद्द हो गई. जिसके बाद धीरेंद्र शास्त्री लोगों के निशाने पर आ गए, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने इन कथाओं को बीजेपी के इशारे पर होना बता दिया. इसको लेकर पंडोखर सरकार गुरुशरण महाराज का कहना है कि कथाओं पर राजनीति नहीं होना चाहिए, जबकि राजनीतिक दल कथाएं कराते हैं तो यह ठीक है, क्योंकि कथाओं से धर्म बढ़ता है लेकिन लोगों को वोट अपने विवेक से देना चाहिए. वह कथाएं सुनें लेकिन वह हमेशा अपने विवेक से वोट दें.
कथा पर न हो राजनीति: पंडोखर सरकार के पीठाधीश्वर गुरुशरण महाराज से जब पूछा गया कि नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी के इशारे पर बाबा कथा करते हैं तो पंडोखर सरकार ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि किन बाबाओं या महाराज के बारे में यह बातें कहीं गई हैं लेकिन उनके आश्रम और धाम पर तो दोनों ही राजनीतिक पार्टी के नेता आते हैं चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस. कथा किस राजनीतिक पार्टी और कौन करा रहा है इस पर मैं नहीं बोलूंगा लेकिन यह बात जरूर है कि कथा पर राजनीति नहीं होना चाहिए. कथा हमारे जीवन में तरक्की और उन्नति देती है. तथा आप को ज्ञान देती है, आपको चरित्रवान बनाती है और आपके पितरों को मुक्ति देती है.
कथा सुनें पर वोट विवेक से दें: राजनेता अगर वोट के चक्कर में कथा कराते हैं तो यह भी ठीक है, इसमें कोई गलत बात नहीं है. जनता कथा सुनने आती है यह अच्छी बात है लेकिन वो वोट अपने मन से ही देती है. हम भी लोगों से अपील करते हैं कि आप कथाओं का श्रवण करें और अपने जीवन को तार दें लेकिन जब वोट देने की बात आए तो अपने विवेक के हिसाब से जिस पार्टी को आप बेहतर समझें उसे ही वोट दें. अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए ही वोट देना चाहिए. पंडोखर सरकार ने सभी से अपील की कि वोट हमेशा उसे देना चाहिए जो राष्ट्र हित करें, देश और प्रदेश की रक्षा के लिए आगे आए.
धार्मिक कथाओं के पीछे बीजेपी का ही हाथ या सहयोग होता है ऐसे आरोप नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने लगाए है. इस बारे में पंडोखर सरकार गुरुशरण महाराज का कहना है कि मैं कथा नहीं कहता यह जरूर है कि मैं कथाएं करवाता हूं इसलिए इसका उत्तर वह ज्यादा बेहतर दे पाएंगे जो कथाएं करते हैं. वह ही बता पाएंगे कि कथा नेतागिरी वाली हो रही है या भक्ति वाली.
कथावाचकों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें |
देवकीनंदन ठाकुर का समर्थन: अयोध्या में जिस तरह से भगवान राम का विशाल मंदिर बन रहा है वैसे ही जन्मभूमि को भी आजाद कराते हुए यहां पर कृष्ण के नाम पर ही भूमि होनी चाहिए. इस संकल्प को देवकीनंदन ठाकुर ने उठाया था ऐसे में गुरुशरण महाराज पंडोखर सरकार ने देवकीनंदन ठाकुर की बात का समर्थन किया है. महाराज पंडोखर सरकार का कहना है कि देवकीनंदन ठाकुर जी हमारे बड़े भाई हैं और सभी संत समाज को उनका साथ देना चाहिए. जन्मभूमि में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ है उस स्थान पर किसी अल्लाह या फकीर ने जन्म नहीं लिया है. देवकीनंदन ठाकुर जी जो कार्य कर रहे हैं उसमें सभी संत समाज उनके साथ है और हमारे गीता पुराणों में भी साफ इसका जिक्र किया गया है कि भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा जन्मभूमि में हुआ है ऐसे में वह स्थान भगवान श्री कृष्ण का है.
रामराज्य की हो स्थापना: हिंदू राष्ट्र और राम राज्य की स्थापना पर गुरुशरण महाराज का कहना है कि भारत देश तो पहले से ही हिंदू राष्ट्र है हिंदुओं का स्थान है. किसी भी विदेशी व्यक्ति से अगर पूछो कहां जा रहे हो तो वह कहता है कि हिंदुस्तान जाना है इसलिए सभी को साथ लेकर सभी धर्मों के लोगों को लेकर रामराज की ही स्थापना आज की जरूरत है क्योंकि पंडोखर धाम ऐसी पीठ है जो रामराजा के सानिध्य में है. इसलिए राम राज की स्थापना ही सबसे जरूरी है रामराज होगा तो किसी को कोई परेशानी नहीं होगी.