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आयुध निर्माण फैक्ट्री के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, निजी स्कूलों-अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ शिवसेना का प्रदर्शन

प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों व अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ शिवसेना ने प्रदर्शन करते हुए एक निश्चित फीस निर्धारित करने की मांग की है, जबकि जबलपुर में पिछले 5 दिनों से जारी सरकारी क्षेत्र की आयुध निर्माण कंपनी के कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त कर दी है.

आयुध निर्माण फैक्ट्री के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, निजी स्कूलों-अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ शिवसेना का प्रदर्शन
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Published : Aug 25, 2019, 11:24 PM IST

भोपाल/जबलपुर। शिवसेना ने प्रदेश में चल रहे प्राइवेट स्कूलों व अस्पतालों के लिए फीस निर्धारित करने के लिए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, जबकि जबलपुर में आयुध निर्माण कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है. आयुध फैक्ट्रियों के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी पिछले पांच दिनों से हड़ताल पर थे.

निजी स्कूलों-अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ शिवसेना का प्रदर्शन

भोपाल में शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष ठाड़ेश्वर महावर का कहना है कि प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों और अस्पतालों में किसी भी तरह की फीस का कोई मापदंड तय नहीं है, जिससे प्राइवेट स्कूलों व अस्पतालों में आम लोगों को खुलेआम लूटा जा रहा है, उन्होंने बताया कि यदि माचिस भी खरीदें तो उसका भी एमआरपी होता है, लेकिन स्कूल व अस्पतालों में किसी भी तरह का कोई मापदंड निर्धारित नहीं है. इसके बावजूद शिक्षा विभाग कुंभकर्णी नींद सो रहा है. प्राइवेट व मिशनरी स्कूलों में हर साल फीस में बढ़ोत्तरी की जाती है, जिस पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए. शिवसेना ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मनमानी करने वाले स्कूलों पर तत्काल कार्ररवाई की जाए, नहीं तो शिवसेना उग्र आंदोलन करेगी.

आयुध निर्माण फैक्ट्री के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म

जबलपुर में आयुध निर्माण कर्मचारियों की हड़ताल रविवार को समाप्त हो गयी है, सोमवार से कर्मचारी काम पर आयेंगे, पांच दिन चली हड़ताल के बाद केंद्र सरकार ने एक वक्तव्य जारी किया है, जिसमें कर्मचारियों की मांग पर विचार करने की बात कही है और निगमिकरण की प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया गया है, इसलिए कर्मचारी दोबारा काम पर लौट आए हैं. देश भर के लगभग 84 हजार आयुध निर्माण कर्मचारी पिछले 5 दिनों से हड़ताल पर थे, केंद्र सरकार सरकारी क्षेत्र की रक्षा उत्पादन इकाइयों को निगम बनाने की तैयारी में है और निगम बनने के बाद इन इकाइयों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा, सरकार की इसी नीति के खिलाफ आयुध निर्माण फैक्ट्रियों के कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी.

भोपाल/जबलपुर। शिवसेना ने प्रदेश में चल रहे प्राइवेट स्कूलों व अस्पतालों के लिए फीस निर्धारित करने के लिए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, जबकि जबलपुर में आयुध निर्माण कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है. आयुध फैक्ट्रियों के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी पिछले पांच दिनों से हड़ताल पर थे.

निजी स्कूलों-अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ शिवसेना का प्रदर्शन

भोपाल में शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष ठाड़ेश्वर महावर का कहना है कि प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों और अस्पतालों में किसी भी तरह की फीस का कोई मापदंड तय नहीं है, जिससे प्राइवेट स्कूलों व अस्पतालों में आम लोगों को खुलेआम लूटा जा रहा है, उन्होंने बताया कि यदि माचिस भी खरीदें तो उसका भी एमआरपी होता है, लेकिन स्कूल व अस्पतालों में किसी भी तरह का कोई मापदंड निर्धारित नहीं है. इसके बावजूद शिक्षा विभाग कुंभकर्णी नींद सो रहा है. प्राइवेट व मिशनरी स्कूलों में हर साल फीस में बढ़ोत्तरी की जाती है, जिस पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए. शिवसेना ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मनमानी करने वाले स्कूलों पर तत्काल कार्ररवाई की जाए, नहीं तो शिवसेना उग्र आंदोलन करेगी.

आयुध निर्माण फैक्ट्री के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म

जबलपुर में आयुध निर्माण कर्मचारियों की हड़ताल रविवार को समाप्त हो गयी है, सोमवार से कर्मचारी काम पर आयेंगे, पांच दिन चली हड़ताल के बाद केंद्र सरकार ने एक वक्तव्य जारी किया है, जिसमें कर्मचारियों की मांग पर विचार करने की बात कही है और निगमिकरण की प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया गया है, इसलिए कर्मचारी दोबारा काम पर लौट आए हैं. देश भर के लगभग 84 हजार आयुध निर्माण कर्मचारी पिछले 5 दिनों से हड़ताल पर थे, केंद्र सरकार सरकारी क्षेत्र की रक्षा उत्पादन इकाइयों को निगम बनाने की तैयारी में है और निगम बनने के बाद इन इकाइयों का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा, सरकार की इसी नीति के खिलाफ आयुध निर्माण फैक्ट्रियों के कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी.

Intro:शिवसेना ने प्रदेश में चल रहे प्राइवेट स्कूलों व अस्पतालों पर उनकी फीस का मापदंड निर्धारित करने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा वही शिवसेना प्रदेश प्रमुख ठाड़ेश्वर महावर जी का कहना है कि प्रदेश में प्राइवेट स्कूल और अस्पतालों में किसी भी तरह की फीस की कोई मापदंड नहीं है यदि माचिस खरीदें तो उसकी भी एमआरपी होती है Body:परन्तु स्कूल व अस्पतालों में किसी भी तरह का कोई भी मापदंड नहीं है,, वहीं शिवसेना का आरोप है कि शिक्षा व्यापार तेजी से पनप रहा है और शिक्षा विभाग कुंभकरण की नींद सो रहा है बच्चों के पालकों से प्राइवेट व मिशनरी स्कूल हर वर्ष फीस में बढ़ोतरी कर उन्हें देने पर विवश करते हैं जिस पर तत्काल रोक लगाई जाए निजी स्कूलों द्वारा ली जा रही मनमर्जी की फीस व निर्धारित दुकानों पर स्कूल पुस्तकें व ड्रेस सामग्री क्रय करने के लिए विवश करने वाले स्कूलों पर तत्काल एफआईआर कराई जाये अन्यथा शिवसेना उग्र आंदोलन करेगी,, Conclusion:वहीं शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाडे़श्वर महावर में नगरी निकाय चुनाव को लेकर कहा है कि संगठन जो तय करेगा उसी के अनुसार कार्य किया जायेगा,,

बाइट:ठाड़ेश्वर महावर,प्रदेश अध्यक्ष शिवसेना
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