ETV Bharat / state

कोरोना को लेकर एमपी सरकार सख्त, मास्क नहीं लगाने पर खानी पड़ेगी जेल की हवा

कोरोना महामारी को रोकने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक की है. जिसमें सीएम ने निर्देश दिए हैं कि अगर लोग सरकार की गाइडलाइन का पालन न करें, तो उन्हे अस्थाई जेल में रखा जाए. इसके साथ ही जहां कोरोना का संक्रमण कम है, वहां वैवाहिक आयोजनों पर ज्यादा प्रतिबंध न लगाए जाएं.

CM SHIVRAJ
सीएम शिवराज
author img

By

Published : Nov 28, 2020, 10:07 AM IST

भोपाल। प्रदेश समेत देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिसे लेकर अब प्रदेश सरकार लापरवाह लोगों के खिलाफ सख्ती से पेश आएगी. मास्क न लगाने और कोरोना संबंधी अन्य सावधानियां न रखने पर लोगों को ओपन जेल भेजा जाएगा. ऐसे लोगों को कुछ समय के लिए ओपन जेल में रखा जाएगा. कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जहां कोरोना का संक्रमण कम है वहां वैवाहिक आयोजनों पर ज्यादा प्रतिबंध न लगाए जाएं.

'ज्यादा संक्रमण वाले क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन बनाएं'
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो लोग "होम आइसोलेशन" में हैं, उनके घर के बाहर सूचना दी जाए, ताकि वह लोग घर से बाहर न निकलें. जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं. जिससे संक्रमण आगे न फैले. भोपाल शहर में कोलार, एमपी नगर और अशोका गार्डन क्षेत्रों में कुल 05 संक्रमण क्षेत्र बनाए गए हैं. इन क्षेत्रों में विशेष सावधानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.

कोरोना की जंग हारे डॉक्टर शुभम के परिवार को 50 लाख की सहायता

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कोरोना योद्धा डॉ. शुभम उपाध्याय कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए शहीद हो गए हैं. हमने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की. उन्हें "लंग ट्रांसप्लांट" के लिए चेन्नई भी ले जाने वाले थे, लेकिन इसके पहले उनका दु:खद निधन हो गया. हम सभी उनको सादर श्रद्धांजलि देते हैं. उनके परिवार को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.

'होम आइसोलेशन' की कड़ी निगरानी हो

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो मरीज होम आइेसोलेशन में हैं, उनकी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स के माध्यम से कड़ी निगरानी की जाए. आवश्यक होने पर तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए. वह घर से बाहर न निकलें, इस पर सख्त पाबंदी की जाए. प्रदेश में कोरोना के कुल मरीजों में 62 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में हैं. प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट 91.1 प्रतिशत है. पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है. कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 14 हजार 677 है.

विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम लेकर सागर जाएं


सागर में मृत्यु दर अधिक होने पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वहां के प्रभारी अधिकारी विशेष चिकित्सकों की टीम लेकर सागर जाएं. वहां मृत्यु दर हर हालत में कम होनी चाहिए. बुरहानपुर जिले में घनी आबादी होने के बावजूद कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है. शुरूआत में जहां बुरहानपुर में बड़ी संख्या में कोरोना के प्रकरण आ रहे थे, वहीं आज जिले में कोई भी नया प्रकरण नहीं आया है, और कोरोना लगभग समाप्ति की स्थिति में है, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बुरहानपुर जिले की केस स्टडी करें, और अन्य जिलों में भी ऐसी व्यवस्था लागू की जाए.

भोपाल। प्रदेश समेत देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जिसे लेकर अब प्रदेश सरकार लापरवाह लोगों के खिलाफ सख्ती से पेश आएगी. मास्क न लगाने और कोरोना संबंधी अन्य सावधानियां न रखने पर लोगों को ओपन जेल भेजा जाएगा. ऐसे लोगों को कुछ समय के लिए ओपन जेल में रखा जाएगा. कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जहां कोरोना का संक्रमण कम है वहां वैवाहिक आयोजनों पर ज्यादा प्रतिबंध न लगाए जाएं.

'ज्यादा संक्रमण वाले क्षेत्रों में कंटेनमेंट जोन बनाएं'
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जो लोग "होम आइसोलेशन" में हैं, उनके घर के बाहर सूचना दी जाए, ताकि वह लोग घर से बाहर न निकलें. जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं. जिससे संक्रमण आगे न फैले. भोपाल शहर में कोलार, एमपी नगर और अशोका गार्डन क्षेत्रों में कुल 05 संक्रमण क्षेत्र बनाए गए हैं. इन क्षेत्रों में विशेष सावधानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.

कोरोना की जंग हारे डॉक्टर शुभम के परिवार को 50 लाख की सहायता

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कोरोना योद्धा डॉ. शुभम उपाध्याय कोरोना मरीजों की सेवा करते हुए शहीद हो गए हैं. हमने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की. उन्हें "लंग ट्रांसप्लांट" के लिए चेन्नई भी ले जाने वाले थे, लेकिन इसके पहले उनका दु:खद निधन हो गया. हम सभी उनको सादर श्रद्धांजलि देते हैं. उनके परिवार को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.

'होम आइसोलेशन' की कड़ी निगरानी हो

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जो मरीज होम आइेसोलेशन में हैं, उनकी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स के माध्यम से कड़ी निगरानी की जाए. आवश्यक होने पर तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए. वह घर से बाहर न निकलें, इस पर सख्त पाबंदी की जाए. प्रदेश में कोरोना के कुल मरीजों में 62 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में हैं. प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट 91.1 प्रतिशत है. पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है. कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 14 हजार 677 है.

विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम लेकर सागर जाएं


सागर में मृत्यु दर अधिक होने पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वहां के प्रभारी अधिकारी विशेष चिकित्सकों की टीम लेकर सागर जाएं. वहां मृत्यु दर हर हालत में कम होनी चाहिए. बुरहानपुर जिले में घनी आबादी होने के बावजूद कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया है. शुरूआत में जहां बुरहानपुर में बड़ी संख्या में कोरोना के प्रकरण आ रहे थे, वहीं आज जिले में कोई भी नया प्रकरण नहीं आया है, और कोरोना लगभग समाप्ति की स्थिति में है, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बुरहानपुर जिले की केस स्टडी करें, और अन्य जिलों में भी ऐसी व्यवस्था लागू की जाए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.