भोपाल। नीट पीजी (OPD closed against delay in NEET PG counseling) की काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर देश भर में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल (junior doctors strike in mp) पर हैं, मध्यप्रदेश में भी जूनियर डॉक्टर्स ने सुबह 9:00 बजे से ओपीडी में काम बंद कर दिया है. यह सिलसिला 2:00 बजे तक जारी रहेगा. जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि पीजी काउंसलिंग नहीं होने से पीजी के नए छात्र नहीं आ पा रहे हैं, जिसके कारण उन पर काम का दबाव बढ़ गया है और स्वास्थ्य सुविधाएं भी प्रभावित हो रही हैं. इधर ओपीडी बंद होने के चलते डॉक्टर्स के कक्ष खाली ही नजर आ रहे हैं, अधिकतर कुर्सियां कक्ष में खाली पड़ी हैं तो बाहर मरीजों की लंबी-लंबी कतारें लगी है.
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हड़ताल के बावजूद जारी रहेंगी आपात सेवाएं
नीट पीजी की काउंसलिंग में हो रही देरी से पीजी छात्रों की पिछले 6 महीने से कमी है, जिसकी वजह से मौजूदा जूनियर डॉक्टर्स पर अत्याधिक कार्य भार बढ़ चुका है, इसकी वजह से पूरे देश में जूनियर डॉक्टर्स को दोगुना काम करना पड़ रहा है, जिसका न सिर्फ उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है, बल्कि मरीजों को भी बराबर इलाज नहीं मिल पा रहा है. इसी वजह से पूरे देश एवं प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. मध्यप्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स ने भी रूटीन सर्विसेस (ओपीडी एवं ओटी) बंद कर दी है. भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के साथ ही सभी मेडिकल कॉलेजों में सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक ओपीडी में सन्नाटा पसरा रहेगा. इसकी शुरुआत सुबह से हो गई है, वहीं डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों की सुविधा के लिए इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी.
जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल से मरीज परेशान
ओपीडी में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते अस्पताल में कुर्सियां खाली ही नजर आ रही हैं, डॉक्टर कक्ष के बाहर जहां मरीजों की भीड़ लगी रहती थी, डॉक्टर्स के नहीं रहने की वजह से वहां सन्नाटा पसरा है और जो मरीज पहुंच रहे हैं वो मायूस होकर लौट रहे हैं.