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CM Helpline पर भी ऐसे दब जाती हैं शिकायतें,  8 महीने में 1.16 लाख complaints पर कोई एक्शन नहीं - एक साल में एक लाख शिकायत

मध्यप्रदेश में पिछले आठ महीने में एक लाख 16 हजार शिकायतें (Complaints Registered) सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर सिर्फ इसलिए दर्ज कराई गई हैं कि उनकी दर्ज शिकायतों पर या तो कार्रवाई नहीं की गई है या फिर एकपक्षीय कार्रवाई हुई या दबाव डालकर मामला रफा दफा करा दिया गया. ये आंकड़े प्रदेश की कानून व्यवस्था की हकीकत बताने के लिए काफी हैं.

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सीएम हेल्पलाइन
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Published : Sep 2, 2021, 11:10 AM IST

Updated : Sep 2, 2021, 12:23 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में भले ही अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के दावे किए जाते हों, लेकिन प्रदेश में बड़ी संख्या में फरियादियों को शिकायत पर कार्रवाई करवाने के लिए भी शिकायत (Complaints Registered) करनी पड़ रही है. सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर विभागीय नाफरमानी की पिछले 8 माह में 1 लाख 16 हजार शिकायतें पहुंची हैं. इसमें करीब 32 हजार फरियादियों ने पुलिस के खिलाफ राजीनामा के लिए दवाब डालने और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करने की शिकायतें दर्ज कराई है. इस पर कांग्रेस ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि रिटायर्ड डीजीपी के मुताबिक ऐसे मामलों में संबंधित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई कर सख्त संदेश देना चाहिए.

पूर्व डीजीपी व कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता का बयान

इस तरह की पहुंच रही शिकायतें

मामला क्रमांक- 1 में 20 अगस्त को सतना निवासी सावित्री वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पिछले साल 2 जनवरी को उसके बेटे की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, इसके बाद से पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. आरोपियों की भी अब तक गिरफ्तारी नहीं की गई है.
मामला क्रमांक- 2 में रीवा के एक शिकायकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी बेटी का अपहरण किया गया, इसकी एफआईआर भी दर्ज की गई, लेकिन हनुमानताल पुलिस अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

cm helpline
पुलिस मुख्यालय

एक साल में एक लाख शिकायत

सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायत पर कार्रवाई कराने के लिए बीते 8 माह में 1 लाख 16 हजार लोगों ने शिकायत पर कार्रवाई के लिए फरियाद की है.
57,124- एफआईआर दर्ज नहीं करने को लेकर शिकायतें दर्ज कराई गई हैं.
32,291- शिकायतों में या तो आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं किए जाने या फिर पक्षकारों पर समझौते-राजीनाम के लिए दवाब डालने की शिकायतें शामिल हैं.
26,605- शिकायतें विवेचना में देरी, लापरवाही, समय से प्रकरण कोर्ट में प्रस्तुत नहीं करने या फिर किसी पक्ष से मिलकर दवाब में कार्रवाई करने से जुड़ी हैं.
27- शिकायतें ऐसी हैं, जिसमें जीआरपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की हैं.

इन जिलों की सबसे ज्यादा शिकायतें

सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर सबसे ज्यादा शिकायतें (Complaints Registered) भोपाल से 8674 दर्ज कराई गई हैं, वहीं इंदौर की 8272, रीवा से 6127, ग्वालियर से 5629 और सतना से 4868 लोगों ने फरियाद की है. वहीं सबसे कम शिकायतें बालाघाट, मंडला, बुरहानपुर, डिंडौरी, बड़वानी की हैं.

रिटायर्ड डीजीपी बोले- सख्त कार्रवाई करें

उधर प्रदेश में कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर बड़ी संख्या में शिकायतें पहुंचने को लेकर रिटायर्ड डीजीपी आरएलएस यादव का कहना है कि वैसे पुलिस को लेकर हमेशा बड़ी संख्या में शिकायतें पहुंचती हैं, लेकिन यदि प्रकरण दर्ज करने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने या राजीनामे के लिए दवाब बनाने की शिकायतें आ रही हैं तो ऐसे मामलों में संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सख्त संदेश देना चाहिए, इससे ऐसे मामलों में कमी आएगी.

कांग्रेस उठा रही सवाल

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक प्रदेश की जनता के लिए यह एक मंच है, जहां लोग अपनी शिकायत पहुंचा सकते हैं. ऐसे 86 फीसदी मामलों में शिकायत का निराकरण किया गया है और यदि किसी पुलिस अधिकारी की गड़बड़ी पाई जा रही है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. उधर कार्रवाई के लिए सीएम हेल्पलाइन पर इतनी बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज होने को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि जनता देख रही है कि किस तरह प्रदेश में पुलिस के सिपाही अपराध में शामिल पाए जा रहे हैं और कैसे प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ रही है. प्रदेश की शांति की तस्वीर पर सरकार कालिख पोतने में लगी हुई है.

इस साल 19 लाख प्रकरण हुए दर्ज

प्रदेश में इस साल अभी तक 19 लाख 18 हजार प्रकरण पंजीबद्ध हुए हैं, इसमें गंभीर अपराधों से लेकर सामान्य अपराध तक शामिल हैं. पंजीबद्ध किए गए प्रकरणों में 15 लाख 92 हजार प्रकरणों में चार्जशीट पेश की गई है, वहीं इन मामलों में 19 लाख 29 हजार आरोपियों की गिरफ्तार की गई है. प्रदेश में पुलिस स्टेशन की संख्या 1006 है.

भोपाल। मध्यप्रदेश में भले ही अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के दावे किए जाते हों, लेकिन प्रदेश में बड़ी संख्या में फरियादियों को शिकायत पर कार्रवाई करवाने के लिए भी शिकायत (Complaints Registered) करनी पड़ रही है. सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर विभागीय नाफरमानी की पिछले 8 माह में 1 लाख 16 हजार शिकायतें पहुंची हैं. इसमें करीब 32 हजार फरियादियों ने पुलिस के खिलाफ राजीनामा के लिए दवाब डालने और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करने की शिकायतें दर्ज कराई है. इस पर कांग्रेस ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं, जबकि रिटायर्ड डीजीपी के मुताबिक ऐसे मामलों में संबंधित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई कर सख्त संदेश देना चाहिए.

पूर्व डीजीपी व कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता का बयान

इस तरह की पहुंच रही शिकायतें

मामला क्रमांक- 1 में 20 अगस्त को सतना निवासी सावित्री वर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पिछले साल 2 जनवरी को उसके बेटे की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, इसके बाद से पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. आरोपियों की भी अब तक गिरफ्तारी नहीं की गई है.
मामला क्रमांक- 2 में रीवा के एक शिकायकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी बेटी का अपहरण किया गया, इसकी एफआईआर भी दर्ज की गई, लेकिन हनुमानताल पुलिस अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.

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पुलिस मुख्यालय

एक साल में एक लाख शिकायत

सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायत पर कार्रवाई कराने के लिए बीते 8 माह में 1 लाख 16 हजार लोगों ने शिकायत पर कार्रवाई के लिए फरियाद की है.
57,124- एफआईआर दर्ज नहीं करने को लेकर शिकायतें दर्ज कराई गई हैं.
32,291- शिकायतों में या तो आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी नहीं किए जाने या फिर पक्षकारों पर समझौते-राजीनाम के लिए दवाब डालने की शिकायतें शामिल हैं.
26,605- शिकायतें विवेचना में देरी, लापरवाही, समय से प्रकरण कोर्ट में प्रस्तुत नहीं करने या फिर किसी पक्ष से मिलकर दवाब में कार्रवाई करने से जुड़ी हैं.
27- शिकायतें ऐसी हैं, जिसमें जीआरपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की हैं.

इन जिलों की सबसे ज्यादा शिकायतें

सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर सबसे ज्यादा शिकायतें (Complaints Registered) भोपाल से 8674 दर्ज कराई गई हैं, वहीं इंदौर की 8272, रीवा से 6127, ग्वालियर से 5629 और सतना से 4868 लोगों ने फरियाद की है. वहीं सबसे कम शिकायतें बालाघाट, मंडला, बुरहानपुर, डिंडौरी, बड़वानी की हैं.

रिटायर्ड डीजीपी बोले- सख्त कार्रवाई करें

उधर प्रदेश में कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर बड़ी संख्या में शिकायतें पहुंचने को लेकर रिटायर्ड डीजीपी आरएलएस यादव का कहना है कि वैसे पुलिस को लेकर हमेशा बड़ी संख्या में शिकायतें पहुंचती हैं, लेकिन यदि प्रकरण दर्ज करने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने या राजीनामे के लिए दवाब बनाने की शिकायतें आ रही हैं तो ऐसे मामलों में संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सख्त संदेश देना चाहिए, इससे ऐसे मामलों में कमी आएगी.

कांग्रेस उठा रही सवाल

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक प्रदेश की जनता के लिए यह एक मंच है, जहां लोग अपनी शिकायत पहुंचा सकते हैं. ऐसे 86 फीसदी मामलों में शिकायत का निराकरण किया गया है और यदि किसी पुलिस अधिकारी की गड़बड़ी पाई जा रही है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. उधर कार्रवाई के लिए सीएम हेल्पलाइन पर इतनी बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज होने को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि जनता देख रही है कि किस तरह प्रदेश में पुलिस के सिपाही अपराध में शामिल पाए जा रहे हैं और कैसे प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ रही है. प्रदेश की शांति की तस्वीर पर सरकार कालिख पोतने में लगी हुई है.

इस साल 19 लाख प्रकरण हुए दर्ज

प्रदेश में इस साल अभी तक 19 लाख 18 हजार प्रकरण पंजीबद्ध हुए हैं, इसमें गंभीर अपराधों से लेकर सामान्य अपराध तक शामिल हैं. पंजीबद्ध किए गए प्रकरणों में 15 लाख 92 हजार प्रकरणों में चार्जशीट पेश की गई है, वहीं इन मामलों में 19 लाख 29 हजार आरोपियों की गिरफ्तार की गई है. प्रदेश में पुलिस स्टेशन की संख्या 1006 है.

Last Updated : Sep 2, 2021, 12:23 PM IST
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