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सुशासन में नंबर वन बनने के बाद एमपी में श्रेय लेने की होड़, बीजेपी-कांग्रेस में ठनी

मध्यप्रदेश को सुशासन के मामले में पहला स्थान मिला है. जिसको लेकर अब सियासत शुरु हो गई है. कांग्रेस जहां इसे कमलनाथ सरकार की उपलब्धि बता रही है, वहीं बीजेपी ने इसे भाजपा के 15 साल में बने सुशासन के माहौल की उपलब्धि बताया है.

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Published : Dec 28, 2019, 11:02 PM IST

Updated : Dec 29, 2019, 12:26 AM IST

Number one in MP good governance in central government ranking
केंद्र सरकार की रैंकिंग में मप्र सुशासन में नंबर वन

भोपाल। केंद्र सरकार के कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यों की रैंकिंग जारी की है. जिसमें मध्यप्रदेश को सुशासन के मामले में पहला स्थान मिला है. जिसको लेकर अब सियासत शुरु हो गई है. कांग्रेस जहां इसे कमलनाथ सरकार की उपलब्धि बता रही है, वहीं बीजेपी ने इसे भाजपा के 15 साल में बने सुशासन के माहौल की उपलब्धि बताया है.

सुशासन में नंबर वन बनने के बाद एमपी में श्रेय लेने की होड़


कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक के जंगलराज के बाद जब पिछले साल कमलनाथ सरकार बनीं. तब से ही उसका पहला लक्ष्य सुशासन आधारित विकास था. जो केवल एक साल में ही प्रमाणित हो गया है.

उन्होंने कहा कि चाहे वो मिलावटखोरों के खिलाफ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की हो, भू माफियाओं और खनन माफियाओं सहित सभी तरह के माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई की बात हो. कमलनाथ सरकार की सख्त और निष्पक्ष कार्यशैली से जनता ने राहत की सांस ली है. भाजपा समय-समय पर भ्रांतियां फैलाती रही, बावजूद इसके कमलनाथ सरकार सुशासन और विकास के अपने सकारात्मक एजेंडे पर काम कर रही है और इसी कारण प्रदेश की जनता के मन में ये विश्वास पैदा हुआ है.

वहीं दूसरी ओर बीजेपी के प्रवक्ता राजो मालवीय ने कहा कि ये रैंकिंग पिछले 15 साल में भाजपा सरकार के परिश्रम का परिणाम है. उन्होंने कहा कि जब हमें विरासत में अफरा-तफरी वाला प्रदेश मिला था. जहां सड़क, पानी और बिजली नहीं था. उन्होंने कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार ने पिछले एक साल में अफरा तफरी फैलाई, तबादला उद्योग चलाया और वचन पत्र पर प्रवचन दिए. इसके अलावा कुछ नहीं किया.

भोपाल। केंद्र सरकार के कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय ने गुरुवार को राज्यों की रैंकिंग जारी की है. जिसमें मध्यप्रदेश को सुशासन के मामले में पहला स्थान मिला है. जिसको लेकर अब सियासत शुरु हो गई है. कांग्रेस जहां इसे कमलनाथ सरकार की उपलब्धि बता रही है, वहीं बीजेपी ने इसे भाजपा के 15 साल में बने सुशासन के माहौल की उपलब्धि बताया है.

सुशासन में नंबर वन बनने के बाद एमपी में श्रेय लेने की होड़


कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक के जंगलराज के बाद जब पिछले साल कमलनाथ सरकार बनीं. तब से ही उसका पहला लक्ष्य सुशासन आधारित विकास था. जो केवल एक साल में ही प्रमाणित हो गया है.

उन्होंने कहा कि चाहे वो मिलावटखोरों के खिलाफ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की हो, भू माफियाओं और खनन माफियाओं सहित सभी तरह के माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई की बात हो. कमलनाथ सरकार की सख्त और निष्पक्ष कार्यशैली से जनता ने राहत की सांस ली है. भाजपा समय-समय पर भ्रांतियां फैलाती रही, बावजूद इसके कमलनाथ सरकार सुशासन और विकास के अपने सकारात्मक एजेंडे पर काम कर रही है और इसी कारण प्रदेश की जनता के मन में ये विश्वास पैदा हुआ है.

वहीं दूसरी ओर बीजेपी के प्रवक्ता राजो मालवीय ने कहा कि ये रैंकिंग पिछले 15 साल में भाजपा सरकार के परिश्रम का परिणाम है. उन्होंने कहा कि जब हमें विरासत में अफरा-तफरी वाला प्रदेश मिला था. जहां सड़क, पानी और बिजली नहीं था. उन्होंने कमलनाथ सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार ने पिछले एक साल में अफरा तफरी फैलाई, तबादला उद्योग चलाया और वचन पत्र पर प्रवचन दिए. इसके अलावा कुछ नहीं किया.

Intro:भोपाल। केंद्र सरकार के कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय द्वारा गुरुवार को राज्यों की रैंकिंग जारी की गई है। इस रैंकिंग में मध्यप्रदेश को सुशासन के मामले में पहला स्थान मिला है। रैंकिंग में पहला स्थान मिलने पर सियासत भी शुरू हो गई है. कांग्रेस इसे जहां कमलनाथ सरकार के सुशासन आधारित विकास की पहल के कारण मिली उपलब्धि बता रही है। वही प्रदेश वासियों के लिए गौरव की बात कह रही है। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश बीजेपी का कहना है कि यह रैंकिंग कमलनाथ सरकार की एक साल की उपलब्धि नहीं है।बल्कि भाजपा के 15 साल की सरकार के कारण बने सुशासन के माहौल की उपलब्धि है।


Body:इस उपलब्धि पर मप्र कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि पिछले डेढ़ दशक के जंगलराज के बाद जब पिछले साल दिसंबर में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी। तब से ही उसका पहला लक्ष्य सुशासन आधारित विकास था। आज केवल एक साल के अंतराल में ही प्रमाणित हो गया कि सुशासन और नियोजित विकास के मामले में मध्यप्रदेश देश के अन्य राज्यों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे वह मिलावट खोरो के खिलाफ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की बात हो, भू माफियाओं, खनन माफियाओं सहित सभी तरह के माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई की बात हो। कमलनाथ सरकार की सख्त और निष्पक्ष कार्यवाही उसे जनता ने राहत की सांस ली है। केंद्र सरकार द्वारा मिले इस प्रमाण पत्र से सिद्ध हो गया है कि भाजपा द्वारा समय-समय पर फैलाई गई भ्रांतियों के बावजूद कमलनाथ सरकार सुशासन और विकास के अपने सकारात्मक एजेंडे पर काम कर रही है और इसी कारण प्रदेश की जनता के मन में यह विश्वास पैदा हुआ है।


Conclusion:वहीं दूसरी तरफ मप्र बीजेपी के प्रवक्ता राजो मालवीय का कहना है कि ये जो रैंकिंग आई है, पिछले 15 वर्षों की भाजपा सरकार के परिश्रम का परिणाम है।वरना हमें विरासत में अफरा-तफरी और मैनेजमेंट वाला प्रदेश मिला था। जहां ना सड़के थी, न पानी थी और ना बिजली थी। इन 15 सालों में हमने नींव भी रखी और भवन भी बनाया, उसके कारण हमें यह रैंकिंग मिली है। आप दूसरी तरफ देखें और जब सरकार से पूछते हैं कि आपने एक साल में क्या किया, तो सरकार कहती है कि साल भर चुनाव में चला गया, फिर सरकार ने यह काम कैसे कर लिए। इनके दो चेहरे हैं और वह अब जनता के सामने आ चुके हैं। उन्होंने भाजपा की सरकार की जन हितैषी योजनाओं जिनके कारण रैंकिंग आई है उनको भी बंद कर दिया। सरकार ने पिछले एक साल में अफरा तफरी फैलाई, तबादला उद्योग चलाया और वचन पत्र पर प्रवचन दिए।
Last Updated : Dec 29, 2019, 12:26 AM IST
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