भोपाल। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष केके मिश्रा ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं. (Bhopal KK Mishra raised questions by tweet) दावा किया जा रहा है कि ऑडियो में डॉक्टर शिशुपाल (Prithvipur MLA Dr Shishupal Yadav) किसी यशपाल नाम के व्यक्ति से चर्चा कर रहे हैं. विधायक उसे मिलने के लिए पृथ्वीपुर बुला रहे हैं. इस दौरान यशपाल ने विधायक से मना कर दिया. यशपाल ने कहा कि उसे भैंस का दूध निकालना है, तो वह अभी नहीं आ सकता है. इसका विधायक शिशुपाल ने भी जवाब दिया है.
गृहमंत्री से मांगा जवाब: उन्होंने कहा कि, अभी 3 बजे हैं. हम भी यादव है, कोई*** नहीं है. दूध 5 बजे के बाद निकाला जाएगा. तब यशपाल ने कहा कि, हमने आपको कब***कहा. इस पर विधायक उसे एक घंटे में आकर मिलने के लिए कहते हैं. यह ऑडियो सामने आने पर कांग्रेस ने इस मुद्दे को भुनाया है. इस पर केके मिश्रा ने भी ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी. केके मिश्रा ने ट्वीट पर लिखा कि, विधायक डॉक्टर शिशुपाल यादव जी का वायरल ऑडियो संघ के जातिसूचक भाजपाई सोच का घोतक है. यह ऑडियो उत्तरप्रदेश में जारी होता तो क्या कार्रवाई होती. मध्यप्रदेश के गृहमंत्री जी कुछ स्पष्ट करेंगे. हालांकि Etv Bharat इस वायरल आडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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पृथ्वीपुर में सपा को त्याग, भाजपा के टिकट पर चुने गए विधायक डा.शिशुपाल यादव जी का वायरल ऑडियो संकीर्ण व जातिसूचक भाजपाई सोच का द्योतक.
— KK Mishra (@KKMishraINC) November 20, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
यह ऑडियो उप्र में जारी होता तो क्या कार्यवाही होती? मप्र के गृहमंत्री @drnarottammisra जी कुछ स्पष्ट करेंगे? @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath
">पृथ्वीपुर में सपा को त्याग, भाजपा के टिकट पर चुने गए विधायक डा.शिशुपाल यादव जी का वायरल ऑडियो संकीर्ण व जातिसूचक भाजपाई सोच का द्योतक.
— KK Mishra (@KKMishraINC) November 20, 2022
यह ऑडियो उप्र में जारी होता तो क्या कार्यवाही होती? मप्र के गृहमंत्री @drnarottammisra जी कुछ स्पष्ट करेंगे? @ChouhanShivraj @OfficeOfKNathपृथ्वीपुर में सपा को त्याग, भाजपा के टिकट पर चुने गए विधायक डा.शिशुपाल यादव जी का वायरल ऑडियो संकीर्ण व जातिसूचक भाजपाई सोच का द्योतक.
— KK Mishra (@KKMishraINC) November 20, 2022
यह ऑडियो उप्र में जारी होता तो क्या कार्यवाही होती? मप्र के गृहमंत्री @drnarottammisra जी कुछ स्पष्ट करेंगे? @ChouhanShivraj @OfficeOfKNath
जातिसूचक शब्दों का इस्तेमालनिंदनीय: कांग्रेस के नितेन्द्र सिंह राठौर ने जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल को बेहद निंदनीय बताया है. उनका कहना है कि कोई भी जनप्रतिनिधि हो उसे इस तरह से जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. उनका कहना है कि, एक विधायक पूरी विधानसभा का नेतृत्व करता है. उन्हें कई लोग देखते हैं. इससे कई लोगों की भावनाएं जुड़ी होती हैं. इसलिए जनप्रतिनिधि होने के नाते उनकी भाषा संयमित होना चाहिए.