भोपाल। बैतूल कांग्रेस विधायक निलय डागा आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल होने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर पहुंचे. इस दौरान विधायक निलय डागा ने आयकर विभाग की कार्रवाई को लेकर कहा कि इस कार्रवाई का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है. मुझे आयकर विभाग और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.
आईटी की कार्रवाई राजनीतिक नहीं
आयकर की कार्रवाई पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि इस कार्रवाई का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है, यह कार्रवाई राजनीतिक नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं आयकर विभाग का पूरा सहयोग कर रहा हूं और मुझे आयकर विभाग के साथ-साथ न्यायपालिका पर भी पूरा भरोसा है.
आईटी ने की छपेमार कार्रवाई
बता दें कि हाल ही में आयकर विभाग की टीम ने कांग्रेस विधायक निलय डागा के बैतूल और महाराष्ट्र स्थित दफ्तरों, घरों और ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की है. इस दौरान निलय डागा के फैक्ट्री दफ्तर और घर से बड़ी संख्या में कैश भी बरामद किया गया है. माना जा रहा था कि यह कार्रवाई राजनीतिक है, लेकिन निलय डागा ने खुद ही साफ कर दिया की इस कार्रवाई का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है.
सबसे बड़ी नकदी की बरामदगी
दरअसल, कांग्रेस विधायक व उद्योगपति निलय डागा के घर और ऑफिस पर इनकम टैक्स की रेड से हड़कंप मच गया है. आयकर विभाग ने निलय डागा की सोलापुर महाराष्ट्र स्थित ऑयल फैक्ट्री से रविवार को साढ़े सात करोड़ रुपए नकद जब्त किए हैं. ये राशि बैग और बोरियों में भरी हुई थी. बताया जा रहा है कि डागा का एक कर्मचारी बैग और बोरिया लेकर भागने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया. आयकर विभाग भोपाल के इतिहास में ये सबसे बड़ी नकदी की बरामदगी है.
विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं निलय डागा के ठिकानों पर हुई छापामार कार्रवाई को लेकर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. कांग्रेस विधायक निलय डागा पर जिस तरह की कार्रवाई हुई. उनके पास जिस तरह की अकूट संपत्ति मिली है, वह चौिकाने वाली है.
कमलनाथ के 'विधायकों-मंत्रियों' के यहां पड़ें छापे तो मिलेगी अकूत संपत्तिः मंत्री
विश्वास सारंग ने ये भी आरोप लगाया कि जिस तरह की कार्रवाई निलय डागा पर हुई है, वैसी कांग्रेस के दूसरे विधायकों पर भी होनी चाहिए. इससे पता चलेगा कि पूर्ववर्ती सरकार में किस हद तक भ्रष्टाचार हुआ है. विश्वास सारंग ने कहा कि कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस नेताओं पर अगर आयकर और दूसरे एजेंसियों ने छापामार कार्रवाई की, तो इससे भी ज्यादा अकूट संपत्ति मिलेगी.
चार दिन से निलय डागा के ठिकानों पर छापा
आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग के अधिकारी 4 दिनों से डागा के बैतूल सतना, सोलापुर और कोलकाता स्थित 20 ठिकानों पर छानबीन करने में जुटे हैं. इनमें डागा के अलग-अलग आवासीय ठिकाने शामिल हैं. कुछ ठिकानों पर प्रतिबंधात्मक आदेश चस्पा किए गए हैं, इसके अलावा डागा परिवार के पांच बैंक लॉकर्स का खुलना अभी बाकी है. आयकर विभाग को छानबीन के दौरान कई शेल कंपनियां भी मिली हैं. इंसेल कंपनियों में करीब 200 करोड़ रुपए के दस्तावेज बरामद हुए हैं. जांच अधिकारियों को संदेह है कि यह नंबर दो के पैसे को नंबर एक में बदलने के लिए इस तरह की कवायद की गई है.
बैतूल विधायक के सोलापुर आवास से 7.50 करोड़ कैश बरामद
हवाला लेनदेन संबंधी दस्तावेज बरामद
इसके अलावा भारी भरकम राशि के हवाला लेनदेन संबंधी साक्ष्य प्राप्त हुए हैं. चार दिन चली छानबीन के दौरान आयकर विभाग ने डागा परिवार की बैतूल, सतना और सोलापुर में ऑयल मिल, क्रेडिट सॉफ्टवेयर कंपनी, कमोडिटी की दाल मिल की ट्रेडिंग कंपनी, पब्लिक स्कूल, आवास के अलावा मुंबई और कोलकाता स्थित 20 ठिकानों पर 18 फरवरी को एक साथ छापे की कार्रवाई शुरू की थी. बताया जा रहा है कि अब तक कुल 8.10 करोड़ की रकम मिल चुकी है. डागा बंधु इस धन का कोई स्रोत ही नहीं बता सके.
18 फरवरी से शुरु हुई थी छापेमारी
बैतूल और सतना में डागा ग्रुप के आधा दर्जन ठिकानों पर 18 फरवरी को आयकर की टीम ने छापामार कार्रवाई शुरु की थी. ये डागा ग्रुप बैतूल कांग्रेस विधायक निलय डागा का है. इनकम टैक्स की दूसरी टीम ने भी कोसमी औद्योगिक क्षेत्र में संचालित बैतूल ऑयल मिल पर छापा मारा था. इसके अलावा भडूस स्थित डागा ग्रुप के एक वेयरहाउस पर भी इनकम टैक्स टीम की जांच जारी है. टीमें विधायक के ठिकानों से मिले दस्तावेज को खंगाल रही हैं. आयकर विभाग को बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की सूचना मिली थी