ETV Bharat / state

अक्टूबर में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर, बच्चों पर बड़ा खतरा, हर दिन आ सकते हैं 6 लाख नए केस

कोरोना की संभावित तीसरी लहर (third Wave of coronavirus) से पहले उसके आसार नजर आने लगे हैं. नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजास्‍टर मैनेजमेंट (NIDM) की रिपोर्ट (Report) में साफ तौर पर खुलासा हुआ है कि, अक्टूबर (october) में देश में कोरोना की तीसरी लहर (3rd Wave) पीक पर होगी.

Corona 3rd Wave
कोरोना की तीसरी लहर
author img

By

Published : Sep 10, 2021, 8:36 AM IST

Updated : Sep 10, 2021, 1:53 PM IST

भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर के बाद देश में फिर से नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जाने लगी है. जिसके चलते शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. विशेषज्ञों (experts) के मुताबिक, अक्टूबर (October) में देश में कोरोना की तीसरी लहर ( Third wave of Corona) की आशंका है. गृह मंत्रालय (home Ministry) के निर्देश पर नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजास्‍टर मैनेजमेंट (NIDM) की ओर से जारी रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि अक्टूबर में तीसरी लहर अपने पीक पर हो सकती है.

बच्चों को प्रभावित कर सकती है तीसरी लहर
नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजास्‍टर मैनेजमेंट (NIDM) की रिपोर्ट बताया गया है कि तीसरी लहर (3rd Wave) बच्चों (Children) को अधिक प्रभावित कर सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर देश में वैक्सीनेशन (Vaccination) में तेजी नहीं लाई गई तो तीसरी लहर के दौरान प्रत्येक दिन पॉजिटिव (Positive) मरीजों (Patient) का आंकड़ा 6 लाख तक पहुंच सकता है.


अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने की सलाह
NIDM की रिपोर्ट के अनुसार तीसरी लहर (3rd Wave) के दौरान बच्चों को लेकर अधिक अलर्ट रहने की जरूरत है. बच्‍चों को प्राथमिकता से वैक्‍सीन (Vaccine) लगाने पर ध्‍यान देना होगा. साथ ही शिक्षक, स्कूल स्टॉफ का टीकाकरण अनिवार्य करना होगा. बच्‍चों की देखभाल के लिए अस्पताल (Hospital) को भी अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है.


दूसरी लहर से ज्यादा घातक हो सकती है तीसरी लहर
तीसरी लहर (3rd Wave) की आहट को देखते हुए इसके संभावित खतरे से निपटने के लिए मेडिकल सुविधाओं का पहले से इंतजाम करने को कहा जा रहा है. नीति आयोग (niti aayog) पहले ही अलर्ट करते हुए कह चुका है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सरकार को अलर्ट मोड पर रहने के लिए तैयार रहना होगा. आयोग का अनुमान है कि तीसरी लहर (3rd Wave) के दौरान हर दिन 5 से 6 लाख कोरोना पॉजिटिव केस मिलने की आशंका है. तैयारियों को लेकर आयोग का कहना है कि आगामी एक महीने में दो लाख आईसीयू बेड तैयार किए जाने चाहिए. इनमें वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड, 10 लाख कोविड आइसोलेशन केयर बेड के अलावा अन्य जरूरी उपकरण का पूरा इंतजाम होना चाहिए.


केरल में बेकाबू कोरोना
वहीं दूसरी ओर केरल (Kerala) में कोरोना (Corona) के नए मामलों (New cases) में कोई कमी दर्ज नहीं की जा रही है. गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस के 26,200 नए मामले और 114 मौतें रिपोर्ट की गई हैं. राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 43,09,694 हो गए और अब तक 22,126 लोगों की मौत हो चुकी है.


कुल सक्रिय मामलों के 61% केरल में
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, देश के कुल सक्रिय मामलों के 61% केरल और महाराष्ट्र में 13% हैं. कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 10,000 से ज़्यादा और 50,000 से कम सक्रिय मामले हैं.


अलर्ट मोड पर एमपी
केरल और महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर के अलर्ट के बाद मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी कोरोना की तीसरी लहर (3rd Wave) की आंशका बढ़ गई है. यहां भी सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) लगातार बैठक कर कोरोना की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर के बाद देश में फिर से नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जाने लगी है. जिसके चलते शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. विशेषज्ञों (experts) के मुताबिक, अक्टूबर (October) में देश में कोरोना की तीसरी लहर ( Third wave of Corona) की आशंका है. गृह मंत्रालय (home Ministry) के निर्देश पर नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजास्‍टर मैनेजमेंट (NIDM) की ओर से जारी रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि अक्टूबर में तीसरी लहर अपने पीक पर हो सकती है.

बच्चों को प्रभावित कर सकती है तीसरी लहर
नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजास्‍टर मैनेजमेंट (NIDM) की रिपोर्ट बताया गया है कि तीसरी लहर (3rd Wave) बच्चों (Children) को अधिक प्रभावित कर सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर देश में वैक्सीनेशन (Vaccination) में तेजी नहीं लाई गई तो तीसरी लहर के दौरान प्रत्येक दिन पॉजिटिव (Positive) मरीजों (Patient) का आंकड़ा 6 लाख तक पहुंच सकता है.


अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने की सलाह
NIDM की रिपोर्ट के अनुसार तीसरी लहर (3rd Wave) के दौरान बच्चों को लेकर अधिक अलर्ट रहने की जरूरत है. बच्‍चों को प्राथमिकता से वैक्‍सीन (Vaccine) लगाने पर ध्‍यान देना होगा. साथ ही शिक्षक, स्कूल स्टॉफ का टीकाकरण अनिवार्य करना होगा. बच्‍चों की देखभाल के लिए अस्पताल (Hospital) को भी अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है.


दूसरी लहर से ज्यादा घातक हो सकती है तीसरी लहर
तीसरी लहर (3rd Wave) की आहट को देखते हुए इसके संभावित खतरे से निपटने के लिए मेडिकल सुविधाओं का पहले से इंतजाम करने को कहा जा रहा है. नीति आयोग (niti aayog) पहले ही अलर्ट करते हुए कह चुका है कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सरकार को अलर्ट मोड पर रहने के लिए तैयार रहना होगा. आयोग का अनुमान है कि तीसरी लहर (3rd Wave) के दौरान हर दिन 5 से 6 लाख कोरोना पॉजिटिव केस मिलने की आशंका है. तैयारियों को लेकर आयोग का कहना है कि आगामी एक महीने में दो लाख आईसीयू बेड तैयार किए जाने चाहिए. इनमें वेंटिलेटर के साथ आईसीयू बेड, 10 लाख कोविड आइसोलेशन केयर बेड के अलावा अन्य जरूरी उपकरण का पूरा इंतजाम होना चाहिए.


केरल में बेकाबू कोरोना
वहीं दूसरी ओर केरल (Kerala) में कोरोना (Corona) के नए मामलों (New cases) में कोई कमी दर्ज नहीं की जा रही है. गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस के 26,200 नए मामले और 114 मौतें रिपोर्ट की गई हैं. राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 43,09,694 हो गए और अब तक 22,126 लोगों की मौत हो चुकी है.


कुल सक्रिय मामलों के 61% केरल में
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, देश के कुल सक्रिय मामलों के 61% केरल और महाराष्ट्र में 13% हैं. कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 10,000 से ज़्यादा और 50,000 से कम सक्रिय मामले हैं.


अलर्ट मोड पर एमपी
केरल और महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर के अलर्ट के बाद मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी कोरोना की तीसरी लहर (3rd Wave) की आंशका बढ़ गई है. यहां भी सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) लगातार बैठक कर कोरोना की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

Last Updated : Sep 10, 2021, 1:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.