भोपाल। एनआईए राहुल सेन के मोबाइल फोन की जांच कर रही थी. इसी दौरान ये खुलासा हुआ. एनआईए ने झारखंड मॉड्यूल केस में मध्य प्रदेश के रतलाम से गिरफ्तार आरोपी राहुल सेन उर्फ उमर बहादुर से जब पूछताछ की तो चौंक गई. सबसे महत्वपूर्ण खुलासा राहुल सेन की इंस्टाग्राम आईडी के जरिए हुआ. राहुल सेन पहले से ही आईएसआईएस के संपर्क में था और जब वह भड़काऊ और कट्टरपंथी सामग्री को लेकर युवाओं के बीच में जाता था तो उसकी बात पर कोई भरोसा नहीं करता था.
धर्म परिवर्तन कर आतंकी संगठन का प्रचार : आईएसआईएस के कहने पर ही राहुल सेन अपना धर्म परिवर्तन कर उमर बहादुर बन गया. बताया जा रहा है कि इस प्रकार की शायद यह अभी तक की पहली घटना है, जिसमें आईएसआईएस ने किसी हिंदू का धर्म परिवर्तन कराया हो. इसके अलावा एनआईए की जांच में यह भी सामने आया है कि राहुल सेन ने आतंकी संगठन की प्रचार सामग्री के प्रचार प्रसार के लिए सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई ग्रुप बना रखे थे, जिनका संचालन वह खुद करता था. इसके अलावा राहुल सेन आईएसआईएस के प्रशिक्षण और वैचारिक वीडियो का प्रचार प्रसार कर युवाओं को देश के खिलाफ हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के लिए एकत्र कर रहा था.
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और भी गिरफ्तारियां होंगी : एनआईए इससे जुड़े कई और तथ्यों पर जांच कर रही है. एनआईए ने जुलाई में गिरफ्तार फैजान अंसारी से मिली जानकारी के बाद राहुल सेन उर्फ उमर पर भी नजर रखी. पता चला कि वह लगातार उसके सम्पर्क में है, जिसके बाद से 15 सितंबर को आरोपी राहुल सेन को रतलाम से गिरफ्तार किया था. उसके पास से कई आपत्तिजनक सामग्री और कई सिम कार्ड बरामद किए गए थे. पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है. इस मामले में अभी और गिरफ्तारी हो सकती है.