भोपाल। शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार करने का बीड़ा एक निजी संस्था ने उठाया है. जिससे सभी स्कलों को संगठित कर उसमें विचार और शिक्षा पद्धति का आदान प्रदान किया जा सके. इस पहल में अभिभावक और शिक्षक स्कूल की व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा करेंगे और जो भी कमियां सामने आएंगी उनको दूर किया जाएगा.
शिक्षा मंडल ने यहां महसूस किया है कि स्कूलों को संगठित होकर आपस में विचारों और शिक्षा पद्धतियों का आदान प्रदान बेहद आवश्यक है. भारत के कोने-कोने में ऐसे संगठन बनाने का प्रस्ताव रखा गया है जो हर क्षेत्र विशेष के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों को एक सूत्र में बांधा जा सकें. साथ ही अभिभावकों और शिक्षकों के बीच जो कम्युनिकेशन गैप है, उसको दूर किया जा सके.
संस्था के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया शिक्षा के क्षेत्र में एक नई ऊर्जा के साथ शिक्षा पद्धति की कमियों को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि सभी स्कूलों को संगठित कर आपस में विचारों और शिक्षा पद्धति का आदान प्रदान किया जा सके. इस फैसले पर राजेश शर्मा का मानना है कि जब तक सभी स्कूलों में आपसी सामंजस्य स्थापित नहीं होगा तब तक शिक्षा को आगे बढ़ाने में कठिनाइयाों को दूर नहीं किया जा सकता है.