भोपाल। कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर उठे भूचाल पर अब मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. दरअसल बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि मैंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखा है, साथ ही इस बात पर उनकी स्थिति स्पष्ट करना के बात कही है. इतना ही नहीं मिश्रा ने कमलनाथ से लौटती डाक से जवाब मांगा है.
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तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करने के साथ बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर करोड़ों हिंदुओं और राम भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) May 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
खुद को हनुमान भक्त बताने वाले कमलनाथ जी को बताना चाहिए कि वह… pic.twitter.com/SOvpEvovs3
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— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) May 3, 2023
खुद को हनुमान भक्त बताने वाले कमलनाथ जी को बताना चाहिए कि वह… pic.twitter.com/SOvpEvovs3तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस ने कर्नाटक में अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करने के साथ बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर करोड़ों हिंदुओं और राम भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
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कमलनाथ हनुमान जी के नाम पर कर रहे पाखंड: कर्नाटक चुनाव के कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि "इस मामले में मैने मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ को मैंने पत्र लिखा है. मैंने कमलनाथ के कई ट्वीट देखें, जिसमे वह अपने आप को बहुत बड़ा हनुमान भक्त बताते हैं. उनके ट्वीट में हनुमान चालीसा की चौपाइयों का उल्लेख रहता है, कई ट्वीट पर वे लिखते हैं- राम, लक्ष्मण, जानकी.. जय बोलो हनुमान की.. अब स्पष्ट करें कमलनाथ जी कि कर्नाटक में जो घोषणा पत्र (मेनिफेस्टो) में कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पीएफआई से की है, वो क्या है. कभी कांग्रेस के मंत्री बजरंग दल की तुलना बोको हराम से कर देते हैं, अब कमलनाथ को स्पष्ट करना चाहिए वह घोषणा पत्र के साथ हैं या नहीं. आपके मित्र और सखा दिग्विजय सिंह ने आज ही ट्वीट किया है कि वह पहले ही अपनी सरकार के समय बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाना चाहते थे. या तो आप पाखण्ड करते हैं हनुमान जी के नाम पर, यहां अभी आपने हनुमान चालीसा का पाठ कराया था और वहां हनुमान के नाम को प्रतिबंधित करना चाहते है. यह वही लोग हैं जिन्होंने राम भगवान को उन्हीं की जन्मभूमि में ताले में रखा था, यह वही कांग्रेस है जो राम जन्म भूमि की शिलान्यास की तारीख पर सवाल उठाती आई है."
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लौटती डाक से जवाब दें कमलनाथ: कर्नाटक चुनाव के कांग्रेस के घोषणा पत्र के मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि "इस मामले में सोनिया गांधी को भी अपनी राय स्पष्ट करना चाहिए, उनके बेटे और बेटी चुनाव के समय जब मध्य प्रदेश में आते हैं तो मंदिर-मंदिर जाते हैं, कोट के ऊपर जनेऊ डाल लेते हैं और उत्तर प्रदेश में चुनाव के समय गंगा में डुबकी लगाते हैं. कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है, कर्नाटक की जनता इसका जवाब देगी. मध्यप्रदेश में कमलनाथ को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए क्योंकि यह करोड़ों-करोड लोगों की आस्था का विषय है और मेरा अनुरोध है कि लौटती डाक से इस पत्र का वह जवाब दें. औरों की आस्था पर कुठाराघात कर्नाटका में किया है, मध्य प्रदेश की जनता कांग्रेस को इसका जवाब देगी."