भोपाल। गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद भी सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. विकास दुबे के बाबा महाकाल मंदिर में एंट्री को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासत छिड़ गई है. एक ओर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने महाकाल मंदिर में पहुंच शंख बजाकर शुद्धिकरण किया. कांग्रेस के शुद्धिकरण पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने हमला बोलते हुए कहा कि, यह पॉलिटिकल पाखंड है. वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने नरोत्तम मिश्रा के बयान पर पलटवार किया है.
नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि, ईश्वर के पास तो संत भी जाते हैं और शैतान भी जाते हैं. उनका कहना है कि, कांग्रेस को एक आध जगह तो छोड़ देनी चाहिए, हर जगह पाखंड नहीं करना चाहिए. मिश्रा ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा कि, कांग्रेस को पुनर्विचार करना चाहिए और धार्मिक स्थान को छोड़ देना चाहिए. उन्होनें कहा कि, अगर बीजेपी कहे की कांग्रेस के जाने के बाद हम मंदिर का शुद्धिकरण करेंगे, तो इससे क्या लाभ होगा.
पीसी शर्मा ने किया पलटवार
वहीं नरोत्तम मिश्रा के बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि, कांग्रेस पार्टी ने धर्म को कभी राजनीति से नहीं जोड़ा. धर्म आस्था का विषय है, धर्म पर विवाद बीजेपी ने छेड़ा है. उनका कहना है कि, विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर को दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के सरेंडर करने के लिए चुना गया. सिर्फ कांग्रेसी नहीं, बल्कि पूर्व सीएम उमा भारती ने भी इसको लेकर सवाल उठाए है. उमा भारती का कहना है कि, 'विकास दुबे को जिनका संरक्षण मिला रहा था, उससे पूछताछ के बाद विकास दुबे का एनकाउंटर होना था. महाकाल मंदिर का शुद्धिकरण जरूरी है, सावन का भी महीना है इसलिए शुद्धिकरण तो होना चाहिए'.
गुरुवार को महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ था विकास दुबे
बता दें कि, कानपुर गोलीकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे को गुरुवार को महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद उसे कानपुर ले जाते वक्त बीच में ही उसका एनकाउंटर हो गया. विकास दुबे के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार होने के बाद से ही पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहना है कि, धार्मिक स्थलों को अपराधियों से दूर रखने के लिए शुद्धिकरण किया जाएगा. जिसके बाद आज वर्मा ने महाकाल मंदिर पहुंचकर पंडितों के साथ मंदिर का शुद्धिकरण किया है.