भोपाल। मध्यप्रदेश में चल रहे खाद संकट को लेकर सियासत का दौर जारी है. पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि खाद के संकट को लेकर कमलनाथ सरकार को जिला वार श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. उन्होंने कहा कि खरीफ की फसल अतिवृष्टि और कुप्रबंधन के कारण बर्बाद हो गई और अब रबी की फसल सरकार के कुप्रबंधन के कारण बर्बादी की भेंट चढ़ रही है. वहीं नरोत्तम मिश्रा की श्वेत पत्र की मांग पर कांग्रेस ने कहा है की इस तरह की राग अलापने की जगह पीएम मोदी से प्रदेश के हक का पैसा समय पर दिला दें तो प्रदेश का किसान और प्रदेश दोनों समृद्ध होगा.
पूर्व मंत्री के आरोपों पर जवाब देते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि शायद नरोत्तम मिश्रा को नहीं मालूम कि प्रदेश में खरीफ की फसल अति वर्षा के कारण बर्बाद हुई है ना किसी प्रशासनिक कुप्रबंधन के कारण बर्बाद हुई है. वो यूरिया के बारे में बात कर रहे हैं कि सरकार श्वेत पत्र जारी करे, तो उन्हें बताना चाहेंगे कि कृषि मंत्री रोजाना प्रेस नोट और सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनमानस को खाद के बारे में जानकारी दे रहे हैं. अगर नरोत्तम मिश्रा को जानकारी नहीं पहुंच रही है, तो वो सचिन यादव को ट्विटर पर फॉलो कर सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जो 15 साल अपनी निद्रा के कारण मध्यप्रदेश को बर्बाद किया है, वो भी बच जाएगा.