भोपाल| कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश के सभी संग्रहालय एवं सांस्कृतिक भवन मार्च माह से ही पूरी तरह बंद कर दिए गए थे. जिसे लेकर कला प्रेमियों में काफी दिनों से निराशा व्याप्त थी, अनलॉक वन की शुरुआत के साथ ही लगातार मांग की जा रही थी कि सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक बार फिर से संग्रहालय व सांस्कृतिक भवनों को कुछ नियमों के साथ खोलने की अनुमति दी जाए, ताकि सांस्कृतिक गतिविधियां फिर प्रारंभ हो सके.
हालांकि कुछ सांस्कृतिक गतिविधियां ऑनलाइन मंच के माध्यम से शुरू कर दी गई थी. लेकिन बिना दर्शकों के रंगकर्मी भी काफी निराश हो रहे थे. अब राज्य शासन ने अनलॉक-5 के तहत दी गई छूट के तहत प्रदेश के सभी संग्रहालय व स्मारक खोलने की अनुमति दे दी है. लेकिन इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी किए गए निर्देशों का कड़ाई से पालन करना जरूरी होगा.
राज्य शासन ने प्रदेश में स्थित सभी संग्रहालय और राज्य संरक्षित स्मारकों को आज शुक्रवार 4 सितंबर से खोलने का निर्णय लिया है. आयुक्त पुरातत्व अभिलेखागार व संग्रहालय शिवशेखर शुक्ला ने जानकारी दी है कोरोना संक्रमण के कारण 17 मार्च 2020 से सभी संग्रहालय और राज्य संरक्षित स्मारकों में पर्यटकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था. उक्त स्थानों पर भारत और राज्य शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए दर्शकों को प्रवेश दिया जाएगा. भारत सरकार द्वारा एक सितम्बर 2020 को अनलॉक-5 की गाइडलाइन्स जारी की गई है.
मध्यप्रदेश की जनजातीय संस्कृति और कला परम्पराओं का प्रमुख केन्द्र जनजातीय संग्रहालय पिछले 21 मार्च, 2020 से कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण बंद था जो आज 4 सितम्बर 2020 से फिर दर्शकों के लिए दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक नए कलेवर के साथ खुल रहा है. दर्शकों को जारी होने वाला प्रवेश टिकट एक घंटा अवधि के लिए मान्य होगा. हर घंटे के बाद 20 मिनट के लिए संग्रहालय को दर्शकों से खाली कर सेनिटाइज कराया जाएगा.