भोपाल। एआईसीसी के राष्ट्रीय महासचिव और मध्यप्रदेश के प्रभारी मुकुल वासनिक आज से मध्यप्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर हैं. इस दौरे में मुकुल वासनिक भोपाल, सागर, जबलपुर और रीवा संभाग की जिला कार्यकारिणी की बैठक लेंगे. आगामी नगरीय निकाय चुनाव, संगठन की मौजूदा स्थिति और विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगे. इस दौरान मुकुल वासनिक ने संगठन की स्थिति और चुनौतियों पर चर्चा करने के अलावा नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों की समीक्षा, विधायकों को नगरीय निकाय में टिकट दिए जाने जैसे मुद्दों पर बात की. वहीं मुकुल वासनिक कमलनाथ के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बने रहने के सवाल को टाल गए.
संगठन की स्थिति और नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों की करेंगे समीक्षा
मध्यप्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने कहा कि वे आज भोपाल दौरे पर हैं. वहीं गुरूवार को सागर जाएंगे, फिर जबलपुर और रीवा का भी दौरा करेंगे. उन्होंने कहा कि यहां पर कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता, जिला कांग्रेस कमेटी के हमारे साथी और अग्रिम संगठन के साथी हैं. इन तमाम साथियों से आज संगठन की क्या स्थिति है. स्थानीय स्तर पर क्या चुनौतियां हैं. किस तरह से नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों में लगे हैं. इन तमाम मामलों पर राय मशविरा किया जाएगा. फिर इसी सिलसिले में हम दूसरे संभागों का दौरा करेंगे.
विधायकों को टिकट देने के फैसले पर संगठन में होगा राय मशविरा
विधायकों को नगरीय निकाय चुनाव में टिकट दिए जाने के सवाल पर मुकुल वासनिक ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तमाम नेता और जिला कांग्रेस कमेटियों के साथ चर्चा करने के बाद फिर कैसे फैसले लेने हैं, नगरीय निकाय चुनाव के संबंध में अंतिम फैसला करेंगे.
संगठन में फेरबदल लगातार चलने वाली प्रक्रिया
मध्यप्रदेश कांग्रेस संगठन के पुनर्गठन के सवाल पर उन्होंने कहा कि संगठन तो किसी भी समय पर रुका हुआ नहीं रहता है. लगातार हमारी कोशिश रहती है कि नई ऊर्जा संगठन के साथ जुड़ती जाए. अनुभवी साथियों के अनुभव का लाभ हम संगठन को मजबूत करने की दिशा में लेते रहे हैं. लगातार चलने वाली प्रक्रिया है, जो किसी समय पर रूक नहीं सकती है.
कमलनाथ के अध्यक्ष-नेता प्रतिपक्ष बने रहने के सवाल को टाला
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बने रहने और नेता प्रतिपक्ष के पद पर होने के सवाल को मुकुल वासनिक टाल गए. उन्होंने कहा कि बहुत सवाल पूछ लिए, सभी सवालों के जवाब आज ही ही क्यों चाहिए.