भोपाल। मध्यप्रदेश में MPPSC की परीक्षा आयोजित की गई. रविवार को प्रदेश के 695 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी. एग्जाम देकर परीक्षा हॉल से बाहर आए छात्रों ने बताया कि साल पेपर थोड़ा सरल था. वहीं एग्जाम देने गए छात्रों की टाइट चेकिंग की गई, उसके बाद उन्हें परीक्षा हॉल में जाने मिला. भोपाल के रहने वाले कुबेर ने बताया कि इस बार पेपर अच्छा गया है. पेपर ठीक था और सभी सवालों के जवाब उन्होंने दिए हैं. उनको उम्मीद है कि 70% तक उनके उत्तर सही है और इतने अंक उनके बन सकते हैं. वहीं भोपाल की ही रीना कहती हैं कि उन्होंने दूसरी बार यह एग्जाम दिया है. पिछली बार जो पेपर आया था, वह थोड़ा टफ था. इस बार जो पेपर आया, वह पिछले साल के मुकाबले अच्छा था. ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि वह इस बार क्वालीफाई कर जाएंगी.
परीक्षा देकर लौटे छात्रों का अनुभव: वहीं इस एग्जाम को देने के लिए कई जिलों से भी छात्र-छात्राएं भोपाल पहुंचे थे. महोबा की रहने वाली आयुषी ने बताया कि उन्होंने इस एग्जाम को लेकर पहले से ही काफी तैयारी कर रखी थी. पेपर अच्छा गया है. वही आयुषी ने बताया कि उनके साथ में जो छात्र-छात्राएं शामिल थे, उनमें से कई छात्राएं कंगन आदि पहन कर आई थी. इसको गेट पर ही उतरवा लिया गया और बाद में उन्हें रिटर्न किया गया. वहीं टीकमगढ़ की रहने वाली मनीषा ने बताया कि वह बालों में प्लास्टिक का लगने वाला क्लचर लगा कर आई थी. ऐसे में चेकिंग के दौरान उसे उतरवा लिया गया और उसके बाद ही उन्हें प्रवेश दिया गया. मनीषा ने बताया कि उनके साथ में कई छात्र ऐसे थे, जो जूते और मौजे पहन कर आ गए थे. ऐसे में गेट पर ही उनके जूते और मोजे भी उतरवा लिए गए. उनको फिर प्रवेश दिया गया. यह बताती हैं कि इनका पेपर अच्छा गया और इन्हें भी उम्मीद है कि यह अच्छे नंबरों से पास हो जाएंगी.
टाइट चेकिंग के बाद मिली एंट्री: इस दौरान परीक्षा के नियमों की अनदेखी करने वाले छात्र-छात्राओं से इसके नियमों का कड़ाई से पालन कराया गया. भोपाल के ए एंड पी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में बनाए सेंटर पर छात्राएं एग्जाम देने आई थी, जिनसे परीक्षा हॉल में जाने के पहले ही यह सभी उतरवा लिए गए. वहीं कई छात्राएं बालों में प्लास्टिक कल्चर तक लगा कर आई थी. इसे भी उतरवा लिया गया, छात्राओं का कहना था कि नियमों के हिसाब से यह ठीक है इसका पालन तो करना ही था. मध्यप्रदेश में एमपीपीएससी की परीक्षा में 456 पद राज्य सेवा के थे. जबकि 15 पद राज्य वन सेवा के थे. जिनके लिए 2,62,393 छात्रों ने परीक्षा दी थी. भोपाल में 51 केंद्र बनाए गए थे, जिसमें 23,945 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे. यह परीक्षाएं दो शिफ्ट में हुई थी. सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक और दोपहर में 2:15 से 4:15 तक.