भोपाल। सरकार युवा नीति नहीं बना रही, युवाओं की दुर्गति की नीति बना रही है. मध्य प्रदेश में 70 लाख युवा उच्च शिक्षा से वंचित हैं, जबकि बीजेपी सरकार में 10298 छात्र और 6999 बेरोजगारों ने आत्महत्या की है. ये आरोप युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने लगाए हैं (Vikrant Bhuria Statement). भूरिया का कहना है कि ''युवा नीति और नियत का मूल्यांकन किया जाना बेहद जरूरी है. अब तो एमपी में 10वीं और 12वीं के पेपर बेचे जा रहे हैं और सरकार इसको ही सही ढंग से सुरक्षित नहीं रख पा रही''.
मरता क्या न करता: यूथ कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया यह सरकार की युवा नीति को लेकर आरोप लगा रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि ''शिवराज की स्थिति ऐसी हो गई है कि मरता क्या न करता. प्रदेश में 17 हजार बेरोजगार युवाओं ने आत्म हत्या कर ली है. इस दौरान विक्रांत ने मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं के पेपर लीक को लेकर भी प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया''. विक्रांत का कहना था कि ''14 में से 11 बार परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं, व्यापमं घोटाले, लोकसेवा आयोग घोटाला, नर्सिंग घोटाला मध्यप्रदेश में सामने आ रहा है. शिवराज सरकार दोषियों को पकड़ने की जगह संस्थाओं के नाम बदल देती है. पेपर लीक हो रहा है, पेपर लीक करने वालों को रोजगार मिल रहा है''.
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बेरोजगार करने वाली सरकार की नीति: विक्रांत भूरिया ने कहा ''मध्यप्रदेश में भी एक गोगो मामा है, जब भी आता है तब कुछ न कुछ गोलियां देकर जाता है. बेरोजगार करने वाली सरकार की नीति चल रही है. 38 लाख लोग रोजगार कार्यालय में पंजीकृत हैं. 21 लोगों को नौकरी मिली, 16 लाख खर्च हुए. यह बात हम नहीं कह रहे प्रदेश सरकार की मंत्री की स्वीकार करती है. अब तो मध्यप्रदेश के साथ देश में ये स्थिति बन गई है और यह हाल हो गया है कि चपरासी, चौकीदार के पदों के लिए ग्रेजुएट लोग आवेदन कर रहे हैं. पिछले 4 साल से एक भी भर्ती नहीं हुई, जबकि पिछले 3 साल से छात्रवृत्ति भी नहीं मिली, इसका जबाब कौन देगा''.